Press "Enter" to skip to content

बड़ी खबर: दिसंबर से भारत में टेलीविजन बनाना शुरू करेगी Samsung

कोलकाता. सैमसंग इंडिया दिसंबर से भारत में टीवी सेटों का उत्पादन शुरू कर देगी. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सैमसंग ने सरकार से कहा है कि जब तक वह भारत में टीवी का उत्पादन शुरू नहीं कर देती है, उसे टीवी सेट आयात करने की अनुमति चाहिए. सैमसंग सबसे बड़ी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में से एक है. आपको बता दें कि घरेलू मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए सरकार ने कुछ दिनों पहले रंगीन टेलीविजन के आयात पर गुरुवार को प्रतिबंध लगा दिया. इस कदम का उद्देश्य टेलीविजन के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और चीन जैसे देशों से गैर-जरूरी वस्तुओं के आयात को कम करना है. अंग्रेजी के बिजनेस अखाबर इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, सैमसंग ने 28 सितंबर को आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद को इस बारे में एक पत्र लिखा है. इसमें कंपनी ने कहा है, घरेलू टीवी निर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए वॉल्यूम की मौजूदा सीमा बहुत महत्वपूर्ण है. इस इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि कंपनी ने प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश व्यापार महानिदेशालय को भी इस बारे में लिखा है.

इस बारे में प्रतिक्रिया जानने के लिए सैमसंग इंडिया को भेजे गए ईमेल का जबाव नहीं मिला. ईटी ने सैमसंग की तरफ से लिखे गच पत्र को देखा है. सैमसंग ने 2018 में चेन्नई में अपने टेलीविजन प्लांट को बंद कर दिया था, क्योंकि सरकार ने ओपन सेल टेलीविजन पैनल पर आयात शुल्क लगा दिया था. सरकार ने चीन से आयात को हतोत्साहित करने और स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने की अपनी रणनीति के तहत 30 जुलाई को पहली बार 20 वर्षों के लिए आयात की प्रतिबंधित सूची में टेलीविजन सेट को शामिल कर दिया था. कंपनियों को अब टीवी सेट आयात करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता है. अभी तक सरकार ने ऐसा कोई परमिट जारी नहीं किया है. रविशंकर प्रसाद को लिखे पत्र में सैमसंग ने कहा कि आयात बाधाएं “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लोकाचार” के खिलाफ थीं और सीमा शुल्क पर आयोजित आयात व्यवसाय को प्रभावित कर रहे थे. जैसा कि हम दिसंबर 2020 तक टीवी विनिर्माण संयंत्र स्थापित कर रहे हैं, हम सुचारू संचालन और व्यापार निरंतरता के लिए अनुरोध करते हैं.

Spread the love
More from National NewsMore posts in National News »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *