बालाघाट : 26 वर्षीय महिला ने एक साथ 4 बच्चों को दिया जन्म, शिशुओं की स्थिति बेहद नाजुक होने से 53 दिन बाद किया डिस्चार्ज

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

बालाघाट जिला अस्पताल में एक साथ जन्में चार बच्चों को जन्म के 53 दिन बाद घर जाने के लिए छुट्टी मिल गई है। एक महिला ने 23 मई 2022 को एक बच्ची समेत चार बच्चों को जन्म दिया था।

जन्म के समय नवजात शिशुओं की स्थिति बेहद नाजुक होने के कारण बच्चों को एसएनसीयू में रखा गया था। बच्चों के स्वस्थ होने पर 53 दिन बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। डिस्चार्ज करते समय बच्चों को खिलौने व कपड़े उपहार के रूप में दिये गये।

एसएनसीयू में भर्ती थे बच्चे
जिला चिकित्सालय बालाघाट में पदस्थ शिशु विशेषज्ञ डॉ. निलय जैन ने बताया कि किरनापुर तहसील के ग्राम जराही की 26 वर्षीय प्रीति नंदलाल मेश्राम ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया था। इनमें तीन लड़के एवं एक लड़की शामिल है।

जन्म के समय इन शिशुओं की हालत बहुत नाजुक थी और उनका जीवित रह पाना मुश्किल लग रहा था। उपचार के लिए उन्हें गहन शिशु चिकित्सा ईकाई में रखा गया था।

53 दिनों के उपचार के बाद स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. निलय जैन के नेतृत्व में डॉ. सुधा जैन, डॉ. ज्योत्सना मेश्राम एवं एसएनसीयू की पूरी टीम ने अथक परिश्रम कर इन चारों शिशओं को नया जीवन दिया है। एक साथ चार बच्चों के जन्म लेने एवं उनके जीवित रहने का यह बालाघाट जिले में अपनी तरह का पहला मामला है।

खिलौने एवं कपड़े उपहार में दिये गये
डिस्चार्ज करते समय अस्पताल कर्मियों ने बच्चों को खिलौने व कपड़े उपचार में दिये। डॉ. निलय जैन व पत्रकार अनिल नामदेव ने पौष्टिक आहार के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान किया।

सिविल सर्जन डॉ. संजय धबड़गांव ने इन शिशुओं को उनके गांव तक पहुंचाने के लिए जिला चिकित्सालय की ओर से नि:शुल्क एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।