प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बनेगी सेंट्रल पैथोलॉजी लैब, अत्याधुनिक मशीनों से होगी जांच, घर बैठे मिलेगी रिपोर्ट

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Health News. प्रदेश के सभी तेरह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में चरणबद्ध तरीके से सेंट्रल पैथोलॉजी लैब बनाई जाएगी। यह काम पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा।
इसमें बायोकेमेस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी समेत सभी तरह की जांच एक जगह पर होने लगेंगी। मेडिकल कॉलेजों में अभी जितनी भी जांचें होती हैं, उनके अलावा कुछ नई जांच भी इसमें शामिल की जाएंगी।
जांचें अत्याधुनिक मशीनों से होंगी, जिससे जांच रिपोर्ट की क्वालिटी भी अच्छी रहेगी। इसके साथ ही मरीजों को एसएमएस, ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भी जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाएगी।
इसके लिए कंपनी द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा संचालनालय कंपनी के चयन के लिए टेंडर जारी कर दिया है। बता दें कि करीब तीन साल से इसकी कवायद चल रही थी।
स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में पिछले साल ही व्यवस्था लागू हो चुकी है। यहां भी एक निजी कंपनी को पीपीपी मोड पर लैब संचालन का ठेका दिया गया है।
चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के अधिकारियों ने बताया कि अभी मेडिकल कॉलेजों में जांच के लिए जो मशीनें उपलब्ध हैं, कंपनी उनका उपयोग करेगी। जरूरत पर अतिरिक्त मशीनें भी लगाएगी।
इसके अलावा अभी काम करने वाले सभी कर्मचारी पीपीपी मोड पर संचालित लैब में भी इसी तरह से काम करते रहेंगे। मशीनों को सुधरवाने और मशीनों में लगने वाले रिएजेंट यानी कि ट्विंकल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी कंपनी की होगी।
इस व्यवस्था का मरीजों पर कोई अतिरिक्त भार नहीं आएगा। जो जांचें मेडिकल कॉलेजों में की जा रही हैं, बाद में भी उसी तरह से होती रहेंगी। साथ ही सरकार पर भी अतिरिक्त खर्च नहीं आएगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।