सेंट्रल लॉ एप्टीट्यूड टेस्ट 2022 का परिणाम घोषित हो गया। इसमें इंदौर के राहुल मालवीय ने ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल की। राहुल मप्र के टॉपर बने। राहुल अब देश के नंबर-1 लॉ कॉलेज राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय बेंगलुरु में 5 साल पढ़ाई करेंगे। उनका सपना चीफ जस्टिस बनना है।
इंदौर के विजय नगर क्षेत्र में रहने वाले राहुल के पिता संजय और मां रेखा दोनों डॉक्टर हैं। एक बहन शिवांगी है जो कंटेंट राइटिंग करती है। राहुल ने बताया कि वे 2 साल पहले से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। जब 11वीं में थे तभी से क्लैट परीक्षा की तैयारी में जुट गए। पढ़ाई के साथ ही रोज अखबार पढ़ते थे ताकि करंट अफेयर्स के बारे में जानकारी मिल सके। अखबार में जब वे कोर्ट के फैसले पढ़ते थे तभी से इस क्षेत्र में आने का मन बनाया। इसके लिए माता पिता और स्कूल के शिक्षकों ने मार्गदर्शन दिया। राहुल के मुताबिक वे ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देते थे। इससे उन्हें अपनी स्थिति के बारे में पता चलता था। मॉक टेस्ट से कमजोरी और ताकत का पता चलता है। इस परीक्षा में सफल होने के बाद राहुल देश के नंबर 1 लॉ कॉलेज NLU बेंगलुरु में 5 साल पढ़ाई करेंगे। उनका सपना है कि वे अपनी मेहनत से भारत की ज्यूडिशियरी का हिस्सा बनें और भारत का चीफ जस्टिस बनकर शहर और परिवार का नाम रोशन करें।
बता दें कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) में प्रवेश के लिए होने वाली क्लैट 19 जून को हुई थी। शहर से इस वर्ष करीब 1300 विद्यार्थी शामिल हुए थे। राहुल ने सफलता का श्रेय परिवार और स्कूल के शिक्षकों को दिया। उनका कहना है कि बेहतर तैयारी में जिस तरह से शिक्षकों की भूमिका होती है, वैसे ही परिवार का सहयोग भी बहुत जरूरी होता है। बहन शिवांगी ने तैयारी में बहुत साथ दिया। माता-पिता ने भी दो साल तक पूरी तरह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बेहतर माहौल दिया। राहुल का कहना है कि कानून के क्षेत्र में रहकर लोगों की मदद करने का मौका मिलता है। 11वीं में ही एक विषय मैंने लीगल स्टडीज का चयन कर लिया था।

 
			 
				 
			 
                                
                             
 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		