भारत में कोरोना की वजह से संसद का मॉनसून सत्र इस बार देर से शुरू हो रहा है. इसलिए संसद सत्र को लेकर कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं. ‘संसद सत्र हमेशा हंगामेदार होने की आशंका रहती है चाहे वो प्रश्नकाल में हो या किसी विधेयक पर चर्चा के दौरान, साथ ही कई मुद्दों पर विपक्ष का धरना प्रदर्शन भी होता है. लेकिन इस बार संसद सत्र शुरू होने के पहले ही हंगामा मचा है.
इसकी वजह है सत्र में प्रश्न काल का ना होना. सरकार के इस फ़ैसले को लेकर विपक्ष के सांसद आपत्ति जता रहे हैं कि संसद विपक्ष के लिए होता है, तो फिर प्रश्न काल क्यों कैंसल किया गया. संसद की कार्यवाही प्रश्न काल से ही शुरू होती है. कोरोना का हवाला दे कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.”विपक्ष अब सरकार से सवाल भी नहीं पूछ सकता. 1950 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है? वहीं कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर ने भी सोशल मीडिया twitter पर सरकार के इस फ़ैसले की आलोचना की है. हालाँकि सरकार की तरफ़ से विपक्ष को भरोसा दिलाया गया है कि प्रश्न काल की उनकी माँग पर विचार किया जाएगा.
Very well written! The insights provided are very valuable. For additional information, check out: LEARN MORE. Looking forward to the discussion!