बच्चों के लिए सितम्बर तक आ सकती है कोरोना वैक्सीन- डॉक्टर रणदीप गुलेरिया

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि बच्चों के लिए कोरोना रोधी टीके सितंबर तक आ जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अगर लोग बचाव का ध्यान नहीं रखेंगे तो संक्रमण फैलेगा और तीसरी लहर आएगी, लेकिन इस तीसरी लहर में बच्चे गंभीर रूप से बीमार होंगे ऐसा नहीं लगता।

डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि हां बच्चों को संक्रमण हो सकता है। बच्चों में एंटीबॉडी भी मिले हैं, ऐसे में वह प्राकृतिक रूप से भी सुरक्षित हो रहे हैं। टीका लगाए जाने के बाद उनकी सुरक्षा और बढ़ेगी।

एम्स में बच्चों पर को वैक्सीन का परीक्षण शुरू : उन्होंने कहा कि एम्स में 7 जून से बच्चों पर को वैक्सीन का परीक्षण शुरू हो चुका है। 2 से 17 साल की उम्र के बच्चे इसमें शामिल हैं। 12 मई को डीसीजीआई ने भारत बायोटेक को बच्चों पर को वैक्सीन पीके के परीक्षण के अनुमति दी थी। स्कूल खोलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। नीति निर्माताओं को यह भी देखना होगा कि शिक्षण संस्थान सुपर स्प्रेडर ना बनें।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

तीसरी लहर से लड़ने को तैयार हो रही दिल्ली : दिल्ली समेत देशभर में कोरोना की दूसरी लहर कंट्रोल में आ गई है। हालांकि दूसरी लहर का दंश झेलने के बाद अब दिल्ली सरकार तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त करने में लगी है। ऑक्सीजन से प्लांट से लेकर बच्चों के लिए अगल से स्वास्थ्य सुविधाएं जुटाने का काम जारी है। वहीं दिल्ली अनलॉक होना जरूर शुरू हो गई है, लेकिन अब तक कई क्षेत्रों में पूरी तरह से ढील नहीं दी गई है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को अभी पूरी तरह से बंद ही रखा गया है।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।