निगम कमिश्नर ने शासन के आदेश पर नहीं किया अमल

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

* निगम में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों को एरियर का इंतजार
* सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिलने से कर्मचारी संगठनों में आक्रोश
इंदौर 31 मई। बीते वर्ष से ही नगर निगम के सैकड़ों कर्मचारियों को सातवें वेतनमान की राशि का इंतजार था । एक तरह से कहा जाए तो आज तक एरियर नहीं मिलने से बड़े पैमाने पर कर्मचारी यहां परेशान हो रहे हैं जबकि इसके लिए पहले ही निगम कमिश्नर को आदेश भी सरकार की ओर से मिल चुका है। बताया जाता है कि शासन के आदेश को कमिश्नर ने एक तरह से रोक लिया है जिसमें नगर निगम में काम करने वाले सैकड़ों हजारों कर्मचारियों को एरियर की राशि यानी कि समान वेतनमान के तहत राशि मिलना थी जिसमें शासन की ओर से आदेश के बाद तकरीबन 75% राशि शेष रह गई है और इस तरह के आदेश और नियम लागू होने के बाद मात्र 25% राशि एरियर के रूप में निगमकर्मियों के खाते में है लेकिन शेष 75% राशि अभी तक नहीं मिली। इस तरह के मामले में निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने कोई ध्यान नहीं दिया है।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

इस मामले में कर्मचारी संगठनों द्वारा भी लगातार विरोध किया जा रहा है परंतु अभी तक लाभ नहीं मिलने से परेशान भी हो रहे हैं। निगमकर्मियों की ड्यूटी इन दिनों खासकर कोविड-19 लगी हुई है जो अपना काम बराबर कर रहे हैं परंतु अभी तक उन्हें एरियर नहीं मिला है। शासन की ओर से आदेश मिलने के बावजूद उस पर पालन नहीं किया जा रहा है और निगम खजाना खाली है। जबकि अनावश्यक रूप से फिजूलखर्ची का काम भी नगर निगम द्वारा किया जा रहा है, और अधिकारियों को सभी तरह की सुविधाएं लगातार मिल रही है लेकिन कर्मचारियों में खासी नाराज़गी है।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।