Health News. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बुधवार को बताया कि एसआईआई के कोवोवैक्स को DGCI द्वारा वयस्कों और 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.
वैश्विक परीक्षणों में नोवावैक्स ने 90% से अधिक प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है.
कोवोवैक्स को 12 से 17 साल के बच्चों के लिए विकसित किया गया है. ऐसे में देश में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध यह कोरोना का चौथा टीका होगा.
इस टीके को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट में निदेशक प्रकाश कुमार सिंह का कहना है कि 12 से 17 साल के लगभग 2707 बच्चों पर दो अध्ययनों के बाद पाया गया कि कोवोवैक्स अधिक असरदार, अधिक प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने वाला सुरक्षित टीका है.
Covovax वैक्सीन को 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी – DCGI
आपको बता दें कि भारत में 15-18 साल के किशोरों के लिए भारत बायोटेक के टीके ‘कोवैक्सिन’ का उपयोग किया जा रहा है.
इससे पहले 6 मार्च को देश के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक एक्सपर्ट कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स को 12 से 17 साल के बच्चों के लिए इमरजेंसी यूज की सिफारिश की थी.
भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (डीसीजीआई) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को स्वीकृति दी थी.
सीरम इंस्टीट्यूट में सरकारी और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने डीसीजीआई को एक आवेदन 21 फरवरी को दिया था और 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के लिए कोवोवैक्स के लिहाज से इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी थी.
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति ने शुक्रवार 4 मार्च को एसआईआई के आवेदन पर विचार-विमर्श किया और कोवोवैक्स को ईयूए देने की सिफारिश की थी.
ईयूए के आवेदन में प्रकाश कुमार ने कहा था कि 12 से 17 साल के करीब 2,700 बच्चों पर किये गये दो अध्ययन के आंकड़े दिखाते हैं कि कोवोवैक्स बहुत प्रभावी, प्रतिरक्षा जनक और सुरक्षित है.
सिंह के हवाले से एक सूत्र ने कहा था, ”यह मंजूरी न केवल हमारे देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए लाभकारी होगी और दुनिया के लिए भारत में उत्पादन करने की प्रधानमंत्री की सोच को साकार करेगी.
कोवोवैक्स हमारे देश और दुनिया के बच्चों को कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और दुनिया में हमारे तिरंगे को ऊंचा रखेगा.”