Crime News Indore – फर्जी पुलिस अफसर मामला : गृह मंत्री को रिपोर्ट करने वाला सब इंस्पेक्टर जल्द कमिश्नर बनने वाला था,जाने  

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Indore Crime News. इंदौर में नकली पुलिस अफसर आरोपी जल्द कमिश्नर बनने वाला था, लेकिन उससे पहले ही वह गिरफ्त में आ गया। शनिवार देर रात एसपी आशुतोष बागरी आरोपी से पूछताछ की एसपी ने बताया कि आरोपी रवि सोलंकी उर्फ राजवीर ने दो अलग-अलग महिलाओं से ठगी की है। एक महिला को शादी का झांसा दिया, वहीं दूसरी महिला को 40 लाख रुपए ऐंठे।आरोपी के पकड़ाने के बाद दूसरी पीड़िता ने भी शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस को तीन दिन से आरोपी की तलाश थी।

दो महिलाओं को बनाया अपना शिकार

एसपी के अनुसार दूसरी पीड़िता समर्थ परिवार की है। कुछ माह पूर्व गाड़ी लेने गए आरोपी रवि ने महिला से दोस्ती की। इसके बाद उससे मांगने शुरू किए। दोनों की दोस्ती गहरी होती गई। इसके बाद आरोपी महिला से रोज बात करता और उससे रुपए की मांग करता था। आरोपी उस महिला से 40 लाख रुपए ऐंठ चुका है। इसमें कभी क्रेडिट कार्ड के माध्यम से तो कहीं नकद रुपए भी लिया करता था।

मैं हूं अंडर कवर एजेंट

एसपी ने दोनों पीड़ित महिलाओं से यह जानकारी लेने की कोशिश की कि आरोपी रवि दोनों महिलाओं को किस बात को लेकर झांसा दे रहा था, जिसमें सामने आया कि समृद्ध परिवार की महिला को यह गाड़ी खरीदने के दौरान मिला था। इसके बाद लगातार महिला को यह जताता रहा और उससे रुपए मांगता रहा। दूसरी पीड़ित महिला को हमेशा यह अंडर कवर एजेंट बताता था। 15 दिन पहले दिल्ली जाने की बात कही थी। बताया था कि यह सीधे रिपोर्ट गृह मंत्रालय में करता है

थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार दूसरी पीड़ित महिला से आरोपी द्वारा दो करोड़ रुपए की जरूरत की बात भी सामने आई है। जहां पर महिला द्वारा 40 लाख दिए जाने की बात कही गई थी। वहीं, अपने आप को गृह मंत्रालय दिल्ली में पदस्थ बता कर आरोपी अबतक 40 लाख रुपए हड़प चुका है। अमीर बनने के लिए उसे 2 करोड रुपए की जरूरत थी, लेकिन इतना रुपया दोनों महिलाओं के पास नहीं था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह केवल 12वीं पास है। उसने इंदौर के एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट से रिलेशनशिप मैनेजर का कोर्स किया है। इस कारण से वह किसी को भी अपने बातों के जाल में फंसा देता है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।