दिग्विजय सिंह ने फिर दिया विवादित बयान बोले – 40 से 50 साल की महिलाएं ही पीएम की प्रशंसक, जींस वाली नहीं

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Mp News. आये दिन चर्चा में रहने वाले मप्र के पूर्व सीएम व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह फिर विवादित बयान दिया है। भोपाल में पार्टी के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 40 से 50 से साल की महिलाएं ही पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसक हैं, जींस पहनने वाली वाली नहीं। उनका यह बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

अपने भाषण में दिग्विजय सिंह ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का जिक्र कर कहा कि यह रोचक बाद उन्होंने बताई थी। वायरल वीडियो में दिग्विजय सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। इसमें वह कहते हैं कि प्रियंका गांधी ने कहा था कि 40 से 50 साल की महिलाएं ही मोदी से ज्यादा प्रभावित हैं। यह बात हम लोगों के दिमाग में नहीं आई थी।

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि प्रियंका ने यह भी बताया था कि कम उम्र की लड़कियां, जो जींस पहनती हैं और मोबाइल चलाती हैं, वे पीएम मोदी से प्रभावित नहीं हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोबाइल का इस्तेमाल करने वाली युवतियां ही सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं, इसलिए हमें उनसे पार्टी हित में संपर्क बढ़ाने की जरूरत है।

शनिवार को गाय को लेकर दिया था बयान
इससे पहले शनिवार को मप्र के पूर्व सीएम ने वीर सावरकर और गाय को लेकर विवादित बयान दिया था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि अपने मल में लोटने वाली गाय को माता कैसे मान सकते हैं? यह भी दावा किया था कि सावरकर ने गोमांस खाने को गलत नहीं बताया था। उनके इस बयान पर भाजपा ने आपत्ति जताई है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।