नशे पर वार ऑपरेशन प्रहार : इंदौर पुलिस की बड़ी कार्रवाई नशे का कारोबार करने वाली गैंग का पर्दाफाश, 15 करोड़ की ड्रग्स के साथ पांच गिरफ्तार

sadbhawnapaati
4 Min Read

पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा अवैध मादक पदार्थों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने एवं उसमें लिप्त आरोपियों की धरपकड़ कर प्रभावी से कार्रवाई करने के लिए ऑपरेशन प्रहार चलाया जा रहा है।
इसके तहत पुलिस थाना चन्दन नगर ने अवैध मादक पदार्थ अल्प्राज़ोलम पाउडर से नकली ब्राउन शुगर बनाने वाली गैंग का पर्दाफाश कर लगभग 15 करोड़ 18 लाख रुपये अंतरराष्ट्रीय कीमत की ड्रग्स के साथ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति अवैध मादक पदार्थ बेचने सिरपुर तालाब की पाल पर खड़े हैं। यहां से मोहम्मद आरिफ पिता मोहम्मद हुसैन निवासी भवानी नगर सांवेर रोड बाणगंगा इंदौर तथा कार्तिक पिता पुष्पराज बघेल निवासी मुखर्जी नगर बाणगंगा इंदौर को हिरासत में लिया।

चेकिंग करने पर एक के पास से  1 किग्रा व दूसरे के पास से 15 ग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा मिला।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम दोनों अजय जादोन, कोमल सहरिया व दिनेश राठौर से खरीदकर अवैध मादक पदार्थ को अलग अलग जगह पर बेचते हैं, जो तीनों मादक पदार्थ का विस्तृत भण्डार आरएनटी मार्ग इंदौर पर स्थित चेतक सेंटर के तीन ऑफिस में रखते हैं।

आरोपियों के साथ पुलिस उक्त स्थान पर पहुंची तो अजय जादोन, कोमल सहरिया और दिनेश राठौर मिले जिन्हें आरोपियों ने पहचाना।

तीनों आरोपियों ने चेतक सेंटर स्थित तीनों ऑफिसों से 150.800 किलोग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा तथा 4 लाख रुपये नकद, एक नोट गिनने की मशीन, एक मिक्सर, बड़े टब, प्लास्टिक के ड्रम, मुंह पर लगाने के मास्क, इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन, चम्मच, खुर्पा और छन्नी जब्त करवाए। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी कोमल एवं अजय जादौन से पूछताछ पर उन्होंने बताया कि हम उक्त नशीला पदार्थ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लाते हैं व इसमें पेरासिटामोल मिलाकर दुगना कर देते हैं।

अजय ने बताया कि ये तीनों ऑफिस राघव के नाम से किराये पर हैं, राघव ही उक्त माल को अन्य जिलों में सप्लाई करता है जो अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

आरोपी कोमल ने बताया कि मैं पहले मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश में अन्य सरगना के साथ फैक्ट्री पर काम करता था जहां उक्त नशीला पदार्थ बनाया जाता है तो मैंने वहीं इसे बनाना सीखा था, वहीं से हमारे यहां माल सप्लाय होता है जिसे हम दोगुना कर सप्लाई करते हैं।

दोगुना करने के लिए मिलाते पेरासिटामोल

कोमल से मादक पदार्थ निर्माण के संबंध में पूछा तो बताया कि हम रॉ मटेरियल से उक्त नशीला पदार्थ बनाते हैं। इसके लिए काफी लम्बी प्रोसेस है। इस पाउडर को हम एपीजेड कहते हैं जो ब्राउन शुगर से भी ज्यादा नशीला व शरीर के लिए हानिकारक हो जाता है, यह काफी महंगा पड़ता है। इसके लिए हम इसमें पैरासिटामोल का पाउडर मिला देते हैं जिससे यह दुगना हो जाता है।
जिसे ब्राउन शुगर के रूप में बाजार में विशेषकर मंदसौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर आदि एवं मध्यप्रदेश के बाहर महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब में सप्लाय करते हैं। यह वास्तव में अल्प्राजोलम पाउडर से बना नशीला पदार्थ होता है।
जिसकी कीमत एक किलोग्राम की 1 करोड़ के लगभग होती है किन्तु हम उसे करीब 10-12 लाख रुपये में मार्केट में सप्लाय करते हैं। पूरा मैनेजमेंट राघव देखता है। राघव ने पॉट्री फिड का लायसेंस ले रखा है जिसकी आड़ में उक्त मादक पदार्थ का व्यवसाय करते हैं।

पांचों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनको न्यायालय पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। गिरोह के अन्य सदस्य व अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ की जाएगी।

Share This Article