दिन में एक अंडा खाने से बीमारियां रहें दूर

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संडे हो या मंडे रोज़ खाओ अंडे’. ये लाइन अक्सर आपने सुनी होगी. अंडा खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाएं जाते हैं. अंडे में प्रोटीन, विटामिन के अलावा कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं. इसलिए डॉक्टर्स भी हर दिन कम से कम एक अंडा खाने की सलाह जरूर देते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि अच्छी सेहत के लिए एक दिन में कितने अंडे खाने चाहिए और इन्हें पकाने का सही तरीका क्या है?
1. अंडे को पकाकर खाना
अंडे को अच्छे से पकाकर खाना सबसे अच्छा माना गया है, ऐसा करना से अंडा आसानी से पच जाता है. कच्चे अंडे में 51 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है जबकि पकाए हुए अंडे में 91 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है. तापमान की वजह से प्रोटीन में कई तरह के संरचनात्मक बदलाव आ जाते हैं.
2. अंडे के फायदे
अंडा बायोटिन का बहुत अच्छा स्रोत है. बायोटिन एक ऐसा पोषक तत्व है जो फैट और शुगर मेटाबॉलिज्म को सही रखता है. ये विटामिन B7 और विटामिन H के रूप में भी जाना जाता है. कच्चे अंडे में एविडिन प्रोटीन होता है जो बायोटिन को बनने नहीं देता है. वहीं अंडे को पकाने से एविडिन बदल जाता है जिससे शरीर को बायोटिन मिलता है.

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3. ज्यादा तापमान से नुकसान
एगर आप अंडे को ताजा तापमान में पकाकर खाते हैं तो इसके कई सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं. अंडे के माइक्रोवेव करने, उबालने और फ्राई करने से इसके एंटीऑक्सीडेंट में 6 से 18 फीसदी तक की कमी आ जाती है.
4.वजन कम करने के लिए कैसे अंडे खाएं
अंडे को अगर हेल्दी बनाना चाहते हैं तो कुकिंग में कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो फिर आपको पोच्ड या उबले अंडे खाने चाहिए. इनमें फ्राइड, स्क्रैम्बल्ड या ऑमलेट की तुलना में कम कैलोरी होती है. अंडों को ज्यादा देर और ज्यादा तापमान पर ना पकाएं. इससे पोषक तत्व खत्म होने के साथ-साथ ऑक्सीडाइज कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बढ़ जाती है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।