Education News. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण का ‘पीक’ निकल चुका है.
जल्द ही राज्य सरकार बैठक कर कोरोना के हालातों की समीक्षा करेगी. इसके बाद स्कूल और कॉलेज खोलने को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश सरकार की कोशिश से राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने लगी है. उन्होंने यह भी कहा कि टीकाकरण की वजह से इस बार हालात ठीक रहे और कोरोना पर काबू पाने में सफलता मिली.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोरोना का जो पीक था वह गुजर गया है. उन्होंने कहा, “मैं इस बारे में बहुत बेफिक्र तो नहीं हूं.
कोरोना के मामलों में कमी आने लगी है. इस मामले में विस्तृत समीक्षा 30 और 31 जनवरी को होने वाली बैठक में की जाएगी. इस दौरान केंद्र सरकार से भी राय ली जाएगी और विशेषज्ञों से बातचीत के बाद राज्य सरकार कोई कदम उठाएगी.”
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में स्कूल किस तरह खोले जाएंगे, इस पर आगामी बैठक में फैसला ले लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार प्रदेश में बेहतर टीकाकरण की वजह से कोरोना का प्रकोप ज्यादा नहीं रहा.
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण लंबे समय बंद पड़े स्कूल जल्द फिर से खोले जा सकते हैं। केंद्र सरकार इस संबंध में जल्द ही नए मानदंडों पर फैसला ले सकती है। कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद से ही देश के अधिकांश राज्यों में स्कूलों को शारीरिक कक्षाओं के लिए बंद कर दिया गया था। वहीं, ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। अब सूत्रों ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार स्कूल खोलने के लिए नए मॉडल पर मंथन कर रही है। सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार सभी कोविड-19 संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूलों को शारीरिक कक्षाओं के लिए खोलने के लिए एक मॉडल पर काम कर रही है।