Education News – आवश्यक सूचना : 1971 से 2002 तक की मार्कशीट की त्रुटि मे संशोधन हेतु एमपी बोर्ड दिया छात्रो को तीन माह का वक्त

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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 माध्यमिक शिक्षा मण्डल म.प्र. भोपाल द्वारा छात्रों की सुविधा के दृष्टिगत हाईस्कूल / हायर सेकण्डरी परीक्षा के संशोधन एवं प्रतिलिपि डाक्यूमेंट एम. पी. ऑनलाईन के माध्यम से आवेदन प्राप्त होते थे, किन्तु अब प्रकरणों के समयबद्ध निराकरण को दृष्टिगत रखते हुए मण्डल द्वारा जारी किये जाने वाले प्रतिलिपि / संशोधन प्रकरणों में आंशिक संशोधन करते हुए निम्नानुसार नवीन व्यवस्था लागू कर दी गई है :
  • वर्ष 1971 से वर्ष 2002 तक के समस्त प्रतिलिपि दस्तावेजों हेतु आवेदन ऑफलाईन प्राप्त किये जायेंगे।
  • वर्ष 2003 एवं इसके पूर्व के वर्षों के संशोधन आदेश दिनॉक से तीन माह पश्चात ग्राह्य नहीं किये जायेंगे।
  • वर्ष 2003 तथा पश्चात के वर्षों से संबंधित प्रतिलिपि दस्तावेज एवं संशोधन संबंधी आवेदन पूर्ववत ऑनलाईन प्राप्त किये जायेंगे।

अतः सर्वसंबंधित को सूचित किया जाता है कि वर्ष 2003 एवं उसके पूर्व की परीक्षा में सम्मिलित हुए जो आवेदक अपनी अंकसूची / प्रमाण पत्र में संशोधन कराना चाहते हैं वे विज्ञप्ति प्रसारण दिनॉक से तीन माह की अवधि में संशोधन हेतु मण्डल में आवश्यक रूप से आवेदन कर दें। तीन माह की अवधि पश्चात संशोधन संबंधी कार्यवाही की जाना संभव नहीं होगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।