देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की मुसीबतें कम होती हुई नजर नहीं आ रही है एक तरफ तो परीक्षाओं का शेड्यूल गड़बड़ आया था तो अब दूसरी तरफ पंचायत चुनाव की वजह से महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होने की कगार पर आ गए है। डीएवीवी के अधिकतर कर्मचारियों की ड्यूटी पंचायत चुनाव के अंतर्गत बीएलओ व अन्य रूप में लगा दी गई है जिसकी वजह से फिर एक बार कामकाज को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों की फजीहत
चुनाव गतिविधियों के अंतर्गत शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत लोगों को दूर करने की बात कई बार कही जाती है लेकिन बार-बार नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगा दी जाती है। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा रोजाना यूनिवर्सिटी से 5 से 10 कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में उपस्थित होने का फरमान जारी किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी ड्यूटी बीएलओ के रूप में साल भर ही लगी रहती है।
इसके बावजूद भी उनकी ड्यूटी कैंसिल होने का नाम नहीं लेती है। इसी के साथ विश्व विद्यालय प्रबंधन भी ऐसे कर्मचारियों की वापसी नहीं करा रहा है जिनके हाथ में महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया। दिसंबर माह में ही कई परीक्षाओं को आयोजित कराने के लिए विवि प्रबंधन बोल चुका है। इसके बावजूद भी जिस तरह से लोगों की ड्यूटी चुनाव में लगाई जा रही है उसके कारण परीक्षा के सभी कार्य प्रभावित हो जाएंगे।