Education News – स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग में सौंपा ज्ञापन

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

इंदौर| कई वर्षों से प्रदेश के शासकीय कॉलेजों में स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्तियां नहीं हुई है. इस मांग को लेकर नेट/सेट एवं पीएचडी धारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के अध्यक्ष को प्रदेश में शीघ्र भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी कराने के संदर्भ में ज्ञापन दिया | 

सोमवार को लोक सेवा आयोग कार्यालय इंदौर पहुंचकर नेट/सेट एवं पीएचडी धारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के अध्यक्ष को प्रदेश में शीघ्र स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी कराने के संदर्भ में ज्ञापन पत्र सौंपा है !
ज्ञात हो कि पिछले कई वर्षों से प्रदेश के शासकीय कॉलेजों में स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्तियां नहीं हुई है जबकि प्रदेश में हजारों नेट /सेट एवं पीएचडी धारी शिक्षित युवा बेरोजगार घूम रहे हैं ! ज्ञापन सौंपते समय सभी सदस्यों ने सोशल डिस्टेंस का पूर्णत: पालन किया !
बता दें कि कई दिनों से उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर की बात कर रहे हैं परंतु अभी तक विज्ञप्ति जारी न होने से आक्रोशित अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग कार्यालय इंदौर पहुंचकर, सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया एवं साथ ही साथ चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी नहीं होती है तब बहुत जल्द भोपाल पहुंचकर उच्च शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री के बंगले का घेराव किया जाएगा !ज्ञापन सौंपने के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि एक तरफ शासन नई शिक्षा नीति 2020 लागू कर रहा है और दूसरी तरफ अतिथि विद्वानों से शासकीय कॉलेजों में अध्यापन कार्य कराया जा रहा है, ज्ञापन पत्र सौंपने वालों में प्रमुख रूप से संजय कुमार सिंह, डॉ. देवेंद्र बघेल, अखिलेश परमार, डॉ. रेणुका, इंदु डूंडवे, अनुराग पटेल, शिवराज सिंह, जितेंद्र सिंह, पुष्पा भानदरे, संगीता कनेश, रामकोर भाबर, बिरज मुवेल, संतोषी मुवेल, हेमलता बामनिया, देवेंद्र सिंह, भगत सिंह डाबर आदि उपस्थित रहे |

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।