ऐसे में विशेष परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को फेल की मार्कशीट दी जाएगी, लेकिन बोर्ड ने आदेश में संशोधन कर दिया है। अब मुख्य परीक्षा के अलावा विशेष परीक्षा में से जो भी मार्क ज्यादा अंक वाली होगी, उसे ही माना जाएगा। ऐसे में अब कोई भी छात्र फेल नहीं होगा, बल्कि वे रिजल्ट सुधार सकते हैं। परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। पूरक परीक्षा का केंद्र केवल जिला मुख्यालय पर रहेगा। परीक्षा संबंधी पूरी जानकारी बोर्ड की वेब साइट WWW.mpbse.nic.in पर भी है।
एमपी बोर्ड ने सत्र 2020-21 की 10वीं-12वीं की परीक्षा कोरोना के चलते स्थगित कर दी थी। परीक्षा नहीं होने कारण 10वीं का रिजल्ट बेंचमार्क व 12वीं का रिजल्ट 10वीं के रिजल्ट के आधार पर घोषित किया था। रिजल्ट से नाखुश विद्यार्थियों को विशेष परीक्षा का ऑप्शन दिया था। इसमें निर्देश दिए थे कि परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों का रिजल्ट अंतिम माना जाएगा। इस परीक्षा में छात्र फेल होता है, तो उसे फेल ही माना जाएगा।
विशेष परीक्षा में 10वीं में 6280 और 12वीं में 4213 विद्यार्थी पास हुए हैं, जबकि 10वीं में 1109 परीक्षार्थी व 12वीं में 488 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण घोषित हुए हैं। मंडल की परीक्षा समिति ने फेल होने वाले सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया है। मंडल ने निर्णय लिया है कि मुख्य परीक्षा रिजल्ट व विशेष परीक्षा के रिजल्ट में जो सर्वश्रेष्ठ होगा, वह मान्य किया जाएगा। इससे फेल होने वाले सभी विद्यार्थी पास हो जाएंगे।