NEET UG 2021: नीट यूजी 2021 के उम्मीदवारों ने परीक्षा को फिर से आयोजित करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर की है। साथ ही ये भी मांग की गई है कि याचिका पर सुनवाई होने तक परिणाम को जारी न करने के निर्देश भी दिए जाएँ।
सुप्रीम कोर्ट में नीट-यूजी 2021 की परीक्षा को लेकर याचिका दायर की गई है। याचिका में परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई है। इसी के साथ इसमें नीट-यूजी 2021 परीक्षा में पेपर लीक होने और कदाचार का आरोप लगाया गया है। बता दें नीट यूजी की परीक्षा 12 सितंबर, 2021 को देशभर में आयोजित की गई थी।गौरतलब है कि नीट यूजी की परीक्षा में शामिल होने वाले कई उम्मीदवारों ने शीर्ष अदालत का रुख किया है और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग की है। इसके साथ ही वर्तमान याचिका का निपटारा होने तक नीट यूजी 2021 के परिणाम घोषित करने पर रोक लगाने के लिए निर्देश देने की मांग की है।
याचिका में की गई यह मांग
धोखाधड़ी, कदाचार, फर्जी अभ्यर्थी बैठाने और परीक्षा पत्रों के लीक होने का हवाला देते हुए याचिका में नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई। याचिका में शिक्षा मंत्रालय, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल के मानक जैसे उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक सत्यापन, जैमर के उपयोग आदि को बढ़ाने के निर्देश देने की मांग की गई है। इसके साथ ही सीबीआई और राजस्थान व उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को सभी प्रासंगिक सूचनाओं और दस्तावेजों के साथ-साथ नीट-यूजी में कथित कदाचार के बारे में निष्कर्षों के साथ एक सप्ताह के भीतर शीर्ष अदालत के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
धोखाधड़ी, कदाचार, फर्जी अभ्यर्थी बैठाने और परीक्षा पत्रों के लीक होने का हवाला देते हुए याचिका में नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई। याचिका में शिक्षा मंत्रालय, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल के मानक जैसे उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक सत्यापन, जैमर के उपयोग आदि को बढ़ाने के निर्देश देने की मांग की गई है। इसके साथ ही सीबीआई और राजस्थान व उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को सभी प्रासंगिक सूचनाओं और दस्तावेजों के साथ-साथ नीट-यूजी में कथित कदाचार के बारे में निष्कर्षों के साथ एक सप्ताह के भीतर शीर्ष अदालत के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
यह था पूरा मामला
बता दें कि याचिका में कहा गया है कि अगर छात्रों को अवैध रूप से फायदा होता है तो भी यह घोर अन्याय होगा। परीक्षा के दिन 12 सितंबर को राजस्थान पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें नीट की परीक्षा देने वाली एक लड़की को सात अन्य लोगों के साथ पकड़ा गया था जो उसकी नकल में मदद कर रहे थे। पुलिस ने 18 वर्षीय युवती के साथ परीक्षा केंद्र की प्रशासनिक इकाई के प्रभारी निरीक्षक और युवती के चाचा और चार अन्य को भी मामले में गिरफ्तार किया था।
बता दें कि याचिका में कहा गया है कि अगर छात्रों को अवैध रूप से फायदा होता है तो भी यह घोर अन्याय होगा। परीक्षा के दिन 12 सितंबर को राजस्थान पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें नीट की परीक्षा देने वाली एक लड़की को सात अन्य लोगों के साथ पकड़ा गया था जो उसकी नकल में मदद कर रहे थे। पुलिस ने 18 वर्षीय युवती के साथ परीक्षा केंद्र की प्रशासनिक इकाई के प्रभारी निरीक्षक और युवती के चाचा और चार अन्य को भी मामले में गिरफ्तार किया था।