BJP नेता सहित चार लोंगों ने युवती से किया सामूहिक दुष्कर्म

sadbhawnapaati
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मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक फार्म हाउस में 20 वर्षीय युवती के साथ कथित रूप से भाजपा के एक पदाधिकारी सहित चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

शहडोल जिले के भाजपा अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में विजय त्रिपाठी का नाम आने के बाद उसे तत्काल प्रभाव से जैतपुर मंडल अध्यक्ष पद से निष्कासित कर दिया गया और पार्टी से उसकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य ने बताया कि युवती को चार लोगों ने अगवा किया और वे उसे जैतपुर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले गाड़ाघाट इलाके में एक फार्म हाउस में ले गए, वहां उन्होंने युवती को जबरदस्ती शराब पिलाई और 18 और 19 फरवरी को उसके साथ दुष्कर्म किया।

उन्होंने कहा कि आरोपी दुष्कर्म के बाद युवती को 20 फरवरी को उसके घर के सामने गंभीर अवस्था में फेंक कर फरार हो गए। वैश्य ने बताया कि पीड़िता ने रविवार को चार लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं पीड़िता की हालत सही नहीं होने के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]चारो आरोपी फरार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य ने बताया कि कि चारों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इस बीच, शहडोल जिले के भाजपा अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने एक बयान जारी कर बताया कि मीडिया द्वारा यह मामला पार्टी के संज्ञान में आया है कि विजय त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष भाजपा जैतपुर के ऊपर जैतपुर में दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

धारा 376, 342 और 34 के तहत मामला दर्ज
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने भाजपा के जैतपुर मंडल अध्यक्ष विजय त्रिपाठी, शिक्षक राजेश शुक्ला, मुन्ना सिंह व मोनू महराज के खिलाफ धारा 376, 342 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।

पीड़िता ने सुनाई आपबीती |

पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि 18 फरवरी की शाम करीब 7:30 बजे घर के बाहर टहलने निकली थी। उसी समय एक कार आई। उसमें से कुछ लोग उतरे और मेरा मुंह दबाकर जबरन कार में बैठा लिया। वे मुझे जैतपुर से करीब 8 किमी दूर गाड़ाघाट स्थित फार्म हाउस ले गए। मुझे पहले नशे का इंजेक्शन दिया गया, फिर शराब पिलाई गई। फिर चार लोगों ने दुष्कर्म किया। 20 फरवरी को मेरी तबियत बिगड़ने के बाद रात करीब 9:30 बजे बेहोशी की हालत में वे मुझे घर के सामने छोड़कर चले गए। कराहने की आवाज़ सुनकर परिजन बाहर निकले और मुझे उठाकर अंदर ले गए।

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