“गंदगी भारत छोड़ो” अभियान में Indore Number 1; साथ ही 188 दिन बाद सभी धर्म स्थल खुले |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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प्रदेश में ‘गंदगी भारत छोड़ो- मध्य प्रदेश’ अभियान में नगरीय निकायों में किए गए कार्यों के आधार पर की गई रैंकिंग में इंदौर नगर निगम नंबर 1 रहा। इसकी घोषणा सोमवार को ही नगरीय विकास और आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने करते हुए सोशल मीडिया पर इंदौर को बधाई दी। अपर आयुक्त संदीप सोनी ने बताया अगस्त में 15 दिन चलाए गए इस अभियान में ऑनलाइन 5.77 लाख लोगों से फीडबैक लिया गया। इसमें 5 लाख से अधिक जनसंख्या वाले निकायों में इंदौर प्रथम रहा। छोटे शहरों में देवास, पीथमपुर व राघोगढ़ अव्वल रहे। इसके साथ ही लॉकडाउन के साथ 24 मार्च को बंद हुए धर्मस्थलों के दरवाजे 188 दिन बाद आम भक्तों के लिए खोलने के आदेश हो गए हैं।

कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा जारी आदेश में पांच बिंदु शामिल है: – आमजन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क लगाकर ही दर्शन कर पाएंगे। – भक्त और पुजारी दोनों ही मास्क को नाक के ऊपर सही ढंग से लगाएं। पुजारी मास्क नीचे करके पूजन क्रिया करते हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है। – सभी बड़े धर्मस्थलों में गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बाहर से ही दर्शन कराने होंगे। – धर्मस्थलों पर चलने वाले अन्नक्षेत्र शुरू किए जा सकते हैं, लेकिन भक्तों को 6 फीट की दूरी पर बैठाना होगा। – धर्मस्थलों पर साबुन से हाथ धोना या सैनिटाइज का उपयोग करना अनिवार्य है। इसकी व्यवस्था धर्मस्थल के प्रबंधन को करना होगा। बता दें की 5 अगस्त को करीब 130 दिन बाद जिम, योग केंद्र, लाइब्रेरी, ब्यूटी पार्लर के शटर उठे थे। इसके अलावा इंदौर में लगे बाजारों पर प्रतिबंध को पूरी तरह से हटा लिया गया था। अब सभी के लिए एक जैसे नियम लागू कर दिए गए थे। इसके बाद से धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग उठने लगी थी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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