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कार में 40 लाख रुपये से कार्बन फाइबर से इंटीरियर किया गया है.इसे खरीदने वाले संस्कार दरयानी बताते हैं कि इस कार का ग्राउंड क्लीयरैंस 30 की स्पीड में भी बढ़ जाता है. इस सुपर ईवी कार को कंपनी ने कस्टमर की स्पेशल डिमांड पर तैयार किया है.वहीं यह कार नेट्रैक्स पर 255 किमी रफ्तार पर दौड़ी. कर्व पर भी कार की सामान्य स्पीड 200 से ज्यादा थी.
इंदौर शहर के एक युवा उद्योगपति ने 3 करोड़ रुपए में पोर्शे की इलेक्ट्रिक सुपर स्पोर्ट्स कार टायकन टर्बो- S (Porsche Taycan Turbo S) खरीदी हैं.
पलक झपकते ही यह कार 2.6 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड पकड़ लेती है. कंपनी ने इस कार की डिलिवरी अपने कस्टमर को 8 महीने में की है. यह गाड़ी मध्य प्रदेश की पहली और भारत की दूसरी गाड़ी होगी.
कार में 40 लाख रुपये से कार्बन फाइबर से इंटीरियर किया गया है.
7 लाख रुपये का म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है. कंपनी का दावा है कि इसे फास्ट चार्जर से चार्ज करने पर महज 23 मिनट में 5 से 80 फीसदी तक बैटरी चार्ज अप हो जाती है.
मध्य प्रदेश के इंदौर की सड़कों पर पूरी दुनिया में फेमस जर्मन लग्जरी सुपर कार दौड़ती नजर आई. जर्मन की कार स्पीड, स्टाइल और परफॉर्मेंस के मामले में काफी चर्चित है.
शहर के एक युवा उद्योगपति ने 3 करोड़ रुपये में पोर्शे की इलेक्ट्रिक सुपर स्पोर्ट्स कार टायकन टर्बो- S खरीदी हैं. यह कार पलक झपकते ही 2.6 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड पकड़ लेती है.
यह भारत की दूसरी और मध्य प्रदेश की पहली कार्बन फाइबर और जेड ब्लैक कलर कॉम्बिनेशन वाली इलेक्ट्रिक सुपर कार है.
यह सुपर फीचर्स से लैस है. इसका ग्राउंड क्लीयरैंस 146 एमएम है, लेकिन जरूरत पड़ने पर एक बटन दबाते ही इसका ग्राउंड क्लीयरैंस 40 एमएम बढ़कर 185 एमएम हो जाता है.
इसे खरीदने वाले संस्कार दरयानी बताते हैं कि इस कार का ग्राउंड क्लीयरैंस 30 की स्पीड में भी बढ़ जाता है. इस सुपर ईवी कार को कंपनी ने कस्टमर की स्पेशल डिमांड पर तैयार किया है.
इसमें इंटीरियर और एक्सटीरियर के लिए मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. कार को पूरी तरह से इंसानों ने तैयार किया है. कंपनी ने बुकिंग के 8 महीने बाद कार तैयार कर इसकी डिलीवरी दी है.
कार में 40 लाख रुपये से कार्बन फाइबर से इंटीरियर किया गया है. इस कार में 7 लाख रुपये का म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है. वहीं कार में 10.9 इंच का ट्रिपल टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम भी दिया गया है. इसके लिए आरटीओ से वीआईपी नंबर 0001 भी खरीदा गया है.
इस सुपर कार की बैटरी रेंज की बात करें तो सिंगल चार्ज पर 484 किलोमीटर तक की है. इसकी बैटरी 4 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है.
वहीं कंपनी का दावा है कि इसे फास्ट चार्जर से चार्ज करने पर महज 23 मिनट में 5 से 80 फीसदी तक चार्ज कर सकते है. कार की स्पीड टेस्ट करने के लिए जब पीथमपुर ने ट्रैक्स पर चलाया गया तो यह कार महज 2.6 सेकंड में ही 0 से 100 की रफ्तार पर पहुंच गई.
वहीं यह कार नेट्रैक्स पर 255 किमी रफ्तार पर दौड़ी. कर्व पर भी कार की सामान्य स्पीड 200 से ज्यादा थी.
इसमें 93.4 केवी-एच की लीथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है जो 761 पीएस की पावर जनरेट कर सकता है. कार 2.6 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटा और 5 सेकंड में 200 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार हासिल कर लेती है.
यह एक कूपे कार है. इसकी टॉप स्पीड 260 किमी प्रतिघंटा है. इंदौर में यह भारत की दूसरी कार है. इससे पहले पोर्शे ने मुंबई में यह कार डिलिवर की है.
यह कार शहर के प्रसिद्ध कारोबारी के बेटे की है. कार मालिक संस्कार दरियानी लक्जरी गाड़ियों के बेहद शौकीन है.
वह इससे पहले भी अपने कई लक्जरी गाड़ियों का सफर कर चुके है. उनके पास कई महंगी गाड़िया भी है. संस्कार अकसर अपने सोशल मीडिया पेज पर अपनी महंगी गाड़ियों के साथ फोटो शेयर करते हैं.