Press "Enter" to skip to content

Happy Birthday Pran -कभी फोटोग्राफर बनना चाहते थे प्राण, जानिए कैसे बने Bollywood के सबसे बड़े विलेन

Happy Birthday Pran: कभी फोटोग्राफर बनना चाहते थे प्राण, जानिए कैसे बने बॉलीवुड के सबसे बड़े विलेन

हिंदी सिनेमा में जब भी खलनायकों का जिक्र आता है तो उसमें सबसे पहला नाम प्राण का आता है. हालांकि प्राण ने फिल्मों में बतौर हीरो एंट्री की थी लेकिन बाद में वह विलेन बनकर पर्दे पर छा गए. उन्होंने बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया और दर्शकों के दिलों में अपने दमदार अभिनय से खास जगह बनाई

बॉलीवुड के लीजेंडरी दिवंगत एक्टर प्राण हिंदी सिनेमा के उन कलाकारों में शामिल हैं जिन्होंने निगेटिव और पॉजीटिव दोनों तरह की भूमिका निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी. प्राण हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के ऐसे कलाकार थे जिन्हें बतौर विलेन भी उतनी ही पॉपुलरिटी मिली जितने की एक हीरो के तौर पर किसी को दर्शक द्वारा पसंद किया जाता है. वह अच्छे- अच्छे हीरो पर हावी रहते थे. उनकी एक्टिंग के लोग दीवाने थे. इस महान एक्टर की आज 101 वीं बर्थ एनवर्सरी है.

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

पहले फोटोग्राफर बनना चाहते थे प्राण

प्राण ने हिंदी सिनेमा में 350 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया. मधुमति, जिस देस में गंगा बहती है, पूरब और पश्चिम, उपकार, शहीद, आंसू बन गए फूल, जॉनी मेरा नाम, जंजीर, डॉन, अमर अकबर एंथनी जैसी कई हिट फिल्मों में प्राण ने अपनी अदाकारी से हर किसी को प्रभावित किया.  प्राण का जन्म 12 फरवरी 1920 को पुरानी दिल्ली में हुआ था. उनका पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. प्राण के पिता एक सरकारी सिविल इंजीनियर थे. प्राण काफी संपन्न परिवार से ताल्लुक रखते थे लेकिन उनका मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता था. वहीं उनके पिता प्राण को एक इंजीनियर बनाना चाहते थे. मैट्रिक पास करने के बाद प्राण ने पढ़ाई छोड़ दी और उनका मन फोटोग्राफी में लग गया. लाहौर में उन्होने फोटोग्राफी शुरू कर दी. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. उन्होंने शिमला में रामलीला में सीता का किरदार निभाया और यही से उनकी रूचि एक्टिंग में हो गई.

प्राण ने सबसे पहले पंजाबी फिल्मों में किया था काम

प्राण फिल्मों में काम करना चाहते थे लेकिन उनके पिता के साथ-साथ उनका पूरा परिवार उनकी एक्टिंग के खिलाफ था. वो अपने पिता से इतना डर गए थे कि अपने पहले ब्रेक के बारे में भी उन्होंने किसी को नहीं बताया. जब साल 1940 में उन्हे पंजाबी फिल्म ‘यमला जट ’ में काम करने का मौका मिला तब हिम्मत करके उन्होंने अपनी एक्टिंग के बारे में पिता को बताया. धीरे-धीरे एक्टिंग के लिए उनका प्यार इतना बढ़ गया कि उन्होंने सिर्फ 1 रुपये में फिल्म ‘बॉबी’ साइन की थी. हिंदी फिल्मों में आने से पहले उन्होनें कई पंजाबी फिल्मों में काम किया जिसमें वे बतौर हीरो नजर आए. विभाजन के बाद अचानक हालात बदल गए और वे मुंबई चले आए. इस दौरान हिंदी फिल्मों में काम करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. लेकिन यहां उनकी मदद की मशहूर कहानीकार सआदत हसन मंटो ने. मंटो ने उन्हें एक फिल्म निर्देशक से मिलवाया. इसके बाद उन्हें हिंदी फिल्मों में मौका मिला.

बतौर हीरो की थी हिंदी फिल्मों में करियर की शुरुआत

हिंदी फिल्मों में प्राण ने करियर की शुरुआत बतौर हीरो की थी. फिल्म खानदान, पिलपिली साहेब और हलाकू में प्राण हीरो की भूमिका में नजर आए थे. बिमल रॉय की फिल्म मधुमती में उनके अभिनय को खूब सराहा गया. इसके बाद उन्हें खलनायक की भूमिका  मिलने लगी. शोमैन राजकपूर की फिल्म ‘जिस देश में गंगा बहती है’ वे लाइमलाइट में आ गए थे. प्राण का ‘बरखुरदार’ और ‘बेटा साईं’ शब्द कहना दर्शकों को काफी पसंद आया और ये शब्द हर फिल्म उनके डायलॉग का हिस्सा बन गए. प्राण ने खलनायक के किरदार को कई रंग दिए. उन्होंने इसमें कॉमेडी का तड़का भी लगाया. किशोर कुमार के साथ ‘हाफ टिकिट’ में उन्होंने शानदार अभिनय किया. 350 से अधिक फिल्मों में उन्होनें खलनायक का रोल निभाया.

अमिताभ बच्चन से ज्यादा मिलती थी फीस

बॉलीवुड में प्राण अपनी फीस के लिए भी काफी सुर्खियों में रहते थे. उस वक्त ये खबरें थी कि उन्हें राजेश खन्ना  और अमिताभ बच्चन से ज्यादा फीस मिलती थी. लगातार खलनायक की भूमिका निभाने के बाद प्राण को अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘जंजीर’मिली थी हालांकि प्राण से पहले ये रोल देव आनंद  , राज कुमार और धर्मेंद्र  जैसे सुपरस्टार्स को ऑफर की गई थी.  उम्र की वजह से उन्होंने 1990 से फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था और साल 2013 में 12 जुलाई को उन्होंने अपनी आखिरी सांसे लीं.

2013 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से किए गए सम्मानित

प्राण को एशिया के सबसे बेहतरीन खलनायकों में से एक माना जाता है. भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया और भारतीय सिनेमा में योगदान के लिये 2013 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

[/expander_maker]

Spread the love
More from Bollywood NewsMore posts in Bollywood News »

9 Comments

  1. Sarat June 28, 2024

    Great article! I loved the humor you infused into the topic. For a deeper dive, check out this link: EXPLORE NOW. What do you think?

  2. fuckboy July 19, 2024

    … [Trackback]

    […] Read More to that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

  3. unieke reizen November 2, 2024

    … [Trackback]

    […] Read More here on that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

  4. … [Trackback]

    […] Find More Info here to that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

  5. … [Trackback]

    […] Find More on that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

  6. … [Trackback]

    […] Find More Info here on that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

  7. Login February 19, 2025

    … [Trackback]

    […] Find More on that Topic: sadbhawnapaati.com/happy-birthday-pran-sometimes-pran-wanted-to-become-a-photographer-know-how-to-become-the-biggest-villain-of-bollywood/ […]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *