* 40 प्रतिशत तक जा सकती है संक्रमण दर
* इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में भी पीक के दिनों में मिल सकते हैं तीन गुना संक्रमित
Health News. कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण से परेशान इंदौरियों की दिक्कतें फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रहीं।
शहर में कोरोना का प्रचंड वेग अभी आना बाकी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इंदौर सहित प्रदेश के चारों बड़े शहरों में इस माह के अंत तक कोरोना का पीक आ सकता है।
ऐसी स्थिति में शहर में रोजाना पांच से सात हजार संक्रमित मिलेंगे। पिछले तीन दिनों से लगातार 20 प्रतिशत के आसपास चल रही संक्रमण दर भी पीक के दौरान 40 प्रतिशत तक उछल सकती है।
इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में भी पीक के दिनों में वर्तमान से तीन गुना संक्रमित रोजाना मिल सकते हैं।
विशेषज्ञ मान रहे हैं कि कोरोना का पीक गुजरने के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आएगी और फरवरी के अंत तक शहर एक बार फिर सामान्य हालात बनने लगेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी बीमारी का प्रकोप अपने सर्वोच्चतम स्तर को छूने के बाद फिर नीचे लौटने लगता है।
दिसंबर के अंतिम सप्ताह से शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
दिसंबर के शुरूआती तीन सप्ताह में इक्का-दुक्का मरीज मिल रहे थे लेकिन एक जनवरी को यह संख्या 80 पर पहुंच गई।
शहर में न सिर्फ संक्रमितों की संख्या बढ़ी बल्कि संक्रमण दर में भी तेजी से इजाफा हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि मरीजों के मिलने का सिलसिला फिलहाल जारी रहेगा।
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 55 हजार के पार
प्रदेशभर में 55085 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। गुरुवार को 79779 लोगों की कोरोना जांच की गई थी, जिसमें से 9603 नए कोरोना संक्रमित मिले, 4255 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं।
कोरोना संक्रमण दर बढ़कर 12.4 फीसदी हो गई है। वहीं रिकवरी रेट 92.29 फीसदी है।
प्रदेश में कल 121 पुलिसकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमित पुलिसकर्मियों की संख्या 966 हो गई है। प्रदेशभर में कोरोना वैक्सीन के 10 करोड़ 82 लाख से ज्यादा की पहला और दूसरा टीका लगाया जा चुका है।