नींबू विभिन्न रोगों को नष्ट करनेवाले अनेक गुणों का भंडार है । यह अम्ल रसयुक्त, पचने में हल्का, प्यास को कम करने वाला, पेशाब को खुलकर लाने वाला, कृमिनाशक तथा वायु शामक होता है ।
नींबू भूख वर्धक, भोजन में रुचि बढ़ाने वाला तथा पाचन में सहायक होता है । यह आँखों एवं हृदय के लिए हितकर है । पेट दर्द तथा बुखार में लाभदायक है । यह रक्तपित्त का शमन करता है । जिनकी जठराग्नि मंद हो गयी हो, जो कब्ज व हैजा रोग से ग्रसित हों ऐसे लोगों को नींबू खिलाना हितकर है ।
आधुनिक अनुसंधानों के अनुसार नींबू में प्रबल कीटाणुनाशक शक्ति पायी जाती है तथा यह रोगप्रतिकारक क्षमता को बढ़ता है । विटामिन ‘सी’ की प्रचुरता के कारण नींबू स्कर्वी रोग से सुरक्षित रखता है । इसमें साइट्रिक एसिड तथा कैल्शियम, फॉस्फोरस आदि खनिज तत्त्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं । इसमें निहित बायो फ्लेवोनोइड्स(bioflavonoids) नामक एंटी-ऑक्सीडेंट्स स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है ।
नींबू के सेवन से त्वचा में निखार आता है, वजन कम करने में मदद मिलती है, रक्तदाब(B.P.) नियंत्रित (कम) रहता है तथा रक्त वाहिनियों की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है । यह हृदय रोगों, पक्षाघात (paralysis), कैंसर आदि से रक्षा करता है । कैंसर होने पर यह औषधि के रूप में भी अत्यंत लाभदायक है । यह दाँतों व मसूड़ों के विभिन्न रोगों में भी फायदेमंद है ।
1 गिलास गुनगुने पानी में 1 नींबू का रस व 1 चम्मच शुद्ध शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लेना मोटापे में लाभदायक है ।
सावधानी : कफ, खांसी, दमा, शरीर में दर्द के स्थायी रोगियों को नींबू नहीं लेनी चाहिए। रक्त का निम्न दबाव, सिरदर्द आदि में नींबू हानिकारक है।