पति और सास ससुर गये सरपंच की रैली में, नवविवाहिता ने लगा ली फांसी 

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sadbhawnapaati
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इन्दौर। अपनी सात माह की बेटी को घर के बाहर दहलीज पर सुला इन्दौर के समीपस्थ चोरल के पास ग्राम राजपुरा में नवविवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। आस पड़ोस में रहने.वालो ने जब बच्ची को बिलखते देखा तो दरवाजा बजाया। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो लोगों ने दरवाजा तोड़ा और देखा तो अंदर नवविवाहिता फंदे पर झूल रही थी।
घटना के समय उसका पति एवं सास ससुर सरपंच की रैली में गये थे पति खेतीहर मजदूर है।
सिमरोल पुलिस के मुताबिक चोरल के जंगल के पास राजपुरा निवासी पूजा (22) पति विजय ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पूजा घटना के समय अपनी सात माह की बेटी के साथ थी।
सुबह पति विजय और ससुर रूमालसिंह व सास सरपंच की चुनावी रैली में गए थे। इससे पहले ग्रामीणों ने घर के बाहर बच्ची को बिलखते देखा तो दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो सभी ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। अंदर पूजा फंदे पर झूल रही थी।
लोगों ने उसे फंदे से नीचे उतारा और परिजनों को पूजा की मौत की जानकारी दी। इसके बाद पति और सास-ससुर रैली छोड़कर घर पहुंचे। पूजा के पिता मांगीलाल भी नजदीक के गांव में रहते हैं।
उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। पति कृषि मजदूर है। पूजा का देवर सेना में है। पिता मांगीलाल के मुताबिक पूजा ने किसी तरह की परेशानी को लेकर बात नहीं की थी।
हालांकि पुलिस के मुताबिक दंपती के विवाद की बात सामने आ रही है। जिसमें परिवार के बयान बाद में लिये जाएंगे।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।