विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश की वितरण कंपनियों को 2.64 प्रतिशत दरें बढ़ाने की मंजूरी दी है।।प्रति यूनिट के हिसाब से दर वृद्धि बहुत ज्यादा नजर नहीं आ रही।
हालांकि बिजली कंपनी के अधिकारी बता रहे हैं कि फिक्स चार्ज व अन्य शुल्क मिलाकर उपभोक्ताओं के बिलों में करीब 5 प्रतिशत की वृद्धि नजर आएगी।
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के बिलों में कोई अंतर नहीं आएगा। साथ ही शासन की सब्सिडी योजना का लाभ भी मिलता रहेगा।
150 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के बिलों में 10 से 20 रुपये तक का अंतर नजर आएगा। इसी तगह 200 यूनिट से ऊपर खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को बिल में 50 रुपये से ज्यादा की राशि पहले के मुकाबलेे ज्यादा चुकाना पड़ेगी।
ऐसे बनेगा बिल
नई दरें 7 अप्रैल की आधी रात से लागू की गई है। जबकि शहर के अलग-अलग सर्कल में मीटर रीडिंग और बिल जारी करने का समय अलग-अलग होता है।
अधीक्षण यंत्री (ग्रामीण) ध्रुवकुमार शर्मा के अनुसार 7 अप्रैल से पहले तक पुरानी दरें लागू थी। क्योंकी रीडिंग और बिल इस तारीख के बाद जारी हो रहे हैं ऐसे में फार्मूला लागू किया गया है।
रीडिंग के 30 दिनों की कुल खपत देखकर प्रतिदिन की औसत खपत निकाली जाएगी। रीडिंग के अनुसार नई और पुरानी दरों को तिथि के अनुसार जोड़कर बिल जारी किए जा रहे हैं।