यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म करा सकता है भारत रूस-यूक्रेन जंग, संयुक्त राष्ट्र की निगाहें पीएम मोदी पर
By sadbhawnapaati on March 29, 2022
रूस-यूक्रेन युद्ध 34वें दिन भी जारी है. रूस यूक्रेन पर काबू पाने के लिए लगातार जमीन और आसमान से हमले कर रहा है.
वहीं, रूसी हमले को रोकने के लिए पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की बौछार कर दी है, लेकिन इन सबसे प्रवाह रूस का सैन्य ऑपरेशन बदस्तूर जारी है.
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने युद्ध समाप्त करने की कोशिश तेज कर दी है.
महासचिव गुतारेस ने सोमवार को कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने की दिशा में मध्यस्थता के प्रयासों को लेकर भारत, तुर्की, चीन और इजराइल समेत अन्य देशों के साथ करीबी संपर्क में हैं.
मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे हैं ये देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं, ऐसे कई देशों के साथ करीबी संपर्क में हूं जो युद्ध को खत्म करने के लिए अपने स्तर पर दोनों ही देशों के शीर्ष नेताओं के संपर्क में है.
गुतारेस ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे तुर्की के मित्रों के साथ लगातार नजदीकी संपर्क में हूं.
उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह मैं भारत, कतर, इजरायल, चीन, फ्रांस और जर्मनी के साथ भी करीबी संपर्क में हूं.
इसके साथ ही उन्होंने इन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के प्रयासों की जमकर सराहना की, गुतारेस ने कहा कि मेरा विश्वास है कि इस युद्ध को समाप्त करने के लिए परिस्थितियों का निर्माण करने के वास्ते ये सभी कोशिशें बहुत ही जरूरी है.
भारत के रूस-यूक्रेन दोनों से है अच्छे संबंध
गौरतलब है कि तुर्की की मध्यस्था में दो दौर की बातचीत हो चुकी. दूसरे दौर की बातचीत के बाद सोमवार को तुर्की ने दावा किया था कि दोनों ही देश युद्ध समाप्त करने के रूस की 6 में चार मुद्दे पर सहमत हो गए है.
इसके साथ ही इस मामले के शांतिपूर्ण हल की संभावना बढ़ गई है. इससे पहले यूक्रेन ने भारत और रूस के करीबी रणनीतिक संबंध को देखते हुए युद्ध समाप्त कराने की पीएम मोदी से अपील की थी.
इसके साथ ही पीएम मोदी दोनों नेताओं से फोन पर बात भी कर चुके हैं, हालांकि, उनकी बात इस बातचीत से कोई हल नहीं निकल पाया था.
गौरतलब है कि भारत के दोनों से देशों से मित्रतापूर्ण संबंध है. रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के बाद भी भारत जहां रूस से तेल की खरीदी जारी रखे हुआ है. वहीं, युद्धग्रस्त यूक्रेन को मानवीय मदद भी पहुंचा रहा है.