Indore | ऐसा कैसा कर्फ्यू या सिर्फ नोटंकी ?

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर शहर में कलेक्टर के आदेशानुसार प्रत्येक रविवार को कर्फ्यू रहता है परंतु प्रत्येक रविवार की अपेक्षा आज सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही बहुत अधिक है लोग बारिश में घूमने के हिसाब से सड़कों पर निकल पड़े हैं वही चौराहों से पुलिस की गैर मौजूदगी देखी जा रही है । कोरोना महामारी के चलते मध्य प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार इंदौर शहर में प्रत्येक रविवार को कर्फ्यू का आदेश है | शुरू के एक दो रविवार शासन – प्रशासन ने सख्ती जरूर दिखाई परंतु अब यह सख्ती नदारद है |

जहां बड़ी दुकानें बंद है वही मोहल्लों में इक्का-दुक्का दुकानें खुल रही हैं या शटर को आधा खोलकर व्यापार संचालित हो रहा है | इस तरह पूरे मार्केट को खोल देने से और रविवार को भी कर्फ्यू का पालन ना करने से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे प्रशासन ने इस और आंखें मूंद ली है वही जनता भी कर्फ्यू को मजाक के रूप में ले रही है और कोरोना के प्रति गंभीर दिखाई नहीं देती दे रही | आर्थिक परेशानियों को देखते हुए इंदौर के नेताओं और अधिकारियों मैं मार्केट खोलने के आदेश जरूर दिए हैं परंतु जगह-जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग का मखोल उड़ाते हुए देखा जा सकता है | हैंड सैनिटाइजर का उपयोग या मास्क का उपयोग जैसे नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा है | दुकानदारों ने भी शर्तों के अनुसार व्यवस्थाएं नहीं कर रखी हैं | हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन चिंता का विषय है, प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिए और लॉक डाउन में दी गई छुट की शर्तो का कड़ाई से पालन करवाने की आवश्यकता है | बेवजह घुमने वालो पर रोक लगाई जाना चाहिए |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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