इंदौर शहर को मिलेगी 3 नए फ्लाईओवर की सौगात, ट्रैफिक जाम से मिल सकती है राहत

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इंदौर। आने वाले समय में शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिल सकती है। दरअसल, इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) ने पांच ओवर ब्रिज की योजना पर काम शुरू किया है। वहीं, एनएचएआइ दो ब्रिज बनाने वाला है। शहर में अब भी ऐसे रेलवे क्रॉसिंग हैं, जहां पुलिस नहीं होने से ट्रेनों की आवाजाही के दौरान हर बार ट्रैफिक को रोका जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने तीन नए रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की योजना तैयार कर शासन को दी है।

लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अभी बंगाली ब्रिज का निर्माण कर रहा है। आचार संहिता हटने के बाद इसका औपचारिक उद्घाटन होगा। महू में भी एक रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है, कंपनी को ठेका भी दे दिया गया है। शहर में रेलवे क्रॉसिंग के कारण ट्रैफिक में कई तरह की समस्याएं रहती हैं, जिसे देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने योजना बनाई है। इसके तहत राजेंद्रनगर रेत मंडी की रेलवे क्रॉसिंग, एमआर-4 को सांवेर रोड से जोड़ने वाली औद्योगिक क्षेत्र की रेलवे क्रॉसिंग व एबी रोड को सांवेर से जोड़ने वाली मांगलिया की रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाने हैं। पीडब्ल्यूडी के ब्रिज सेल प्रभारी जीएस शर्मा के मुताबिक तीनों स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने का पूरा प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा है। 14 जुलाई को शासन के फाइनेेंशियल विभाग के सामने तीनों ओवर ब्रिज की योजना रखी जाएगी और वहां स्वीकृति मिलने के बाद आगे काम होगा। मालूम हो, राजेंद्रनगर रेत मंडी और पोलोग्राउंड की क्रॉसिंग पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन अटकते हैं। यहां सालों से ब्रिज की मांग लोगों द्वारा की जा रही है।

आइडीए और एनएचएआइ के ब्रिज आकार लेने से मिलेगी सुविधा

आइडीए भंवरकुआं, खजराना, लवकुश, विजयनगर, फूटी कोठी चौराहे पर पांच ब्रिज बनाने की योजना पर काम कर रहा है। भंवरकुआं चौराहे के ब्रिज के लिए तो टेंडर भी हो गया है। जल्द इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। साथ ही एनएचएआइ ने एमआर 10- बायपास जंक्शन पर ब्रिज की प्रक्रिया कर रहा है। कंपनी को ठेका दे दिया गया है। राऊ गोल चौराहे पर भी ब्रिज की अनुमति मिल गई है। औपचारिक उद्घाटन होना था, लेकिन निगम व पंचायत चुनाव की आचार संहिता के कारण टल गया।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।