देश | यूक्रेन और रूस के दरमियान जारी जंग के बीच एक बार फिर दोनों देश बातचीत कर सकते हैं. जंग के छठे दिन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि यूक्रेन और रूसी प्रतिनिधिमंडल दो मार्च यानी कल एक बार फिर बैठक कर सकते हैं. पहले दौर की बैठक 28 फरवरी को हुई थी, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही थी.
पांच घंटे चली थी पहले दौर की बैठक
युद्ध के पांचवें दिन सोमवार को यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों के बीच अहम बैठक हुई. बैठक करीब 5 घंटे तक चली, लेकिन कुछ ठोस निकलकर सामने नहीं आया. खूनी संघर्ष के दौरान हुई ये बैठक बेलारूस और यूक्रेन की सीमा पर हुई थी. यूक्रेनी पक्ष बैठक में शामिल होने के लिए बेलारूस के मिलिट्री हेलिकॉप्टर से बैठक स्थल तक पहुंचा था.
पहले दौर की वार्ता के खत्म होने के तुरंत बाद ही रूस ने कीव और खारकीव में हमला तेज कर दिया था. बेलारूस में हुई वार्ता में रूसी प्रतिनिधिमंडल के चीफ व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा था कि अब रूस-यूक्रेन की अगली बैठक बेलारूस-पोलैंड के बॉर्डर पर होगी.
वार्ता के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख सलाहकार ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने कुछ प्राथमिकता वाले विषयों की पहचान की है, जिन पर उन्होंने कुछ निर्णयों की रूपरेखा तैयार की है. ज़ेलेंस्की के सहयोगी ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने जल्द से जल्द दूसरे दौर की वार्ता आयोजित करने पर चर्चा की.
वार्ता के बाद रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा, “हमें ऐसे मुद्दे मिले, जहां हम सहमत होने की उम्मीद कर सकते हैं.” रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की ने किया. स्पुतनिक के अनुसार, वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय ने कहा था कि “वार्ता का प्रमुख मुद्दा तत्काल युद्ध विराम और यूक्रेन के क्षेत्र से सैनिकों की वापसी है.”