जेल अधीक्षक नहीं देंगे पैरोल

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

 जेल अधीक्षक नहीं देंगे पैरोल

कैदी को पैरोल देने के पहले जेल मुख्यालय को देना होगी जानकारी-जेल महानिदेशक

 

Mp News. प्रदेश की जेल में बंद कैदियों को पैरोल पर छोड़ने के पहले जेल अधीक्षक को अब जेल मुख्यालय पर इसकी सूचना देना होगी। वहां से निर्णय होने के बाद ही कैदियों को पैरोल पर छोड़ा जा सकेगा। इसको लेकर जेल महानिदेशक अरविंद कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया है। अभी तक जेल अधीक्षक स्वयं कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का निर्णय लेते थे।

कोरोनाकॉल में प्रदेशभर की जेलों में बंद कैदियों को लंबी छुट्‌टी का पैराेल दिया गया था। इसे जारी रखने की बात जेल प्रशासन द्वारा की गई थी। कुछ समय पहले संयोगितागंज इलाके में कपिल मेव नाम के युवक की हत्या अजय चंदेल ने कर दी थी। जो जेल से 120 दिनों के पैरोल पर था। इस हत्याकांड के बाद पुलिस विभाग ने जेल प्रशासन को एक पत्र लिखा, जिसमें गंभीर मामलों में बंद कैदियों की पैरोल को सख्त किए जाने की बात कही। इस मामले में पहले जेल अधीक्षकों द्वारा ही फैसला लिया जाता था, लेकिन अब भोपाल से इसके लिए परमिशन लेना होगी। जिसमें किसी विशेष व्यवस्था के तह्त ही पैरोल दिया जा सकेगा।
जेल महानिदेशक ने लिखा था पत्र
जेल के महानिदेशक अरविंद कुमार ने इस मामले में एक पत्र लिखकर रोक लगाने की बात कही है। उन्होंने आपातकालीन पैरोल को लेकर भी सीधे तौर पर इंकार किया है। उनके मुताबिक अगर ऐसी स्थिती बनती है तो जेल मुख्यालय को इसकी जानकारी भेजना पड़ेगी। जिसके बाद निर्णय किया जाएगा। पत्र में पैरोल का दुरूउपयोग किए जाने को लेकर निर्णय लिए जाने की बात कही गई है। सेन्ट्रल व जिला जेल में अभी कई कैदियों के पैरोल अटके हुए है।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।