"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read
SHARE
Education News. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के दूसरे चरण यानी जुलाई सत्र की परीक्षा 25 से 29 जुलाई के मध्य आयोजित की जाएगी।
यह परीक्षा देश के 500 व विदेश के 17 शहरों में होगी। जेईई मेन दूसरे चरण के लिए प्रवेश-पत्र जारी कर दिए गए हैं। पहले दूसरे चरण की जेईई मेन परीक्षा 21 जुलाई से शुरू होनी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया था।
बीई-बीटेक परीक्षा 10 शिफ्ट में 24 से 29 जून के मध्य होगी। इसमें कुल 06 लाख 29 हजार 778 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। प्रत्येक शिफ्ट में लगभग 60 हजार स्टूडेंट परीक्षा देंगे।
विद्यार्थी एनटीए जेईई मेन की वेबसाइट पर अपना एप्लीकेशन नंबर एवं जन्म तिथि का इस्तेमाल कर प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
2023 के पात्रता मानदंड को लेकर परेशानी में लाखों छात्र
सीबीएसई परिणाम जारी होने के बाद कईं स्टूडेंट्स जिन्हें 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं हुए हैं, वे परेशानी में हैं, कि अगले साल उन्हें आईआईटी व एनआईटी में दाखिला कैसे मिलेगा।
करिअर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि ये स्टूडेंट 2023 के शैक्षणिक सत्र के लिए आईआईटी व एनआईटी में प्रवेश लेना चाहते हैं, जबकि वर्ष 2020 से 2022 तक कोरोना काल में आईआईटी व एनआईटी में प्रवेश के लिए योग्यता 12वीं बोर्ड परीक्षा पास रखी गई थी। परंतु वर्ष 2023 में ये योग्यता क्या रहेगी?, इस संदर्भ में कोई बात स्पष्ट नहीं है।
ऐसे में ये स्टूडेंट्स अगले वर्ष में आईआईटी व एनआईटी में प्रवेश ले पाएंगे या नहीं, इस बात से बड़ी परेशानी में आ गए है एनटीए व जेईई एडवांस्ड को चाहिए जल्द से जल्द वर्ष 2023 की 12वी बोर्ड प्रवेश योग्यता को निर्धरित कर जारी करना चाहिए।
आधार नहीं होने पर देना होगा डिक्लेरेशन
करियर काउंसलर आहूजा ने बताया जेईई-मेन आवेदन को आधार से लिंक किया गया था, जिससे वे परीक्षार्थी जिनका नाम, जन्म दिनांक व जेंडर आधार से आवेदन के दौरान वेरीफाई नहीं हुए थे, उन्हें एडमिट कार्ड में दिए गए अंडरटेकिंग को भरकर साथ में ले जाना होगा।
साथ ही उन्हें ये अंडरटेकिंग परीक्षा के समय दिखाकर ही प्रवेश दिया जाएगा, जिस पर एनटीए के स्पेशल परीक्षक के सिग्नेचर कर वहीं जमा करवानी होगी।
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati)
(भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381)
"दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं।
हम क्यों अलग हैं?
बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है।
हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।