खासगी ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामला:खासगी ट्रस्ट के मंदिरों के अलग से खुलेंगे खाते, वहां जमा होगी दान राशि

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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खासगी ट्रस्ट के अधीन चल रही सभी संपत्तियों को मप्र शासन प्रबंधक कलेक्टर के नाम करने का काम तेज हो गया है। जिले के सभी चिन्हित मंदिरों पर संबंधित एसडीएम ने कब्जे में लेकर मप्र शासन के बोर्ड लगा दिए हैं। वहीं कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन भी मंदिरों में किसी भी तरह की दान राशि या अन्य फंड आता है, उसे सुरक्षित रखने के लिए अलग से बैंक खाता खोला जाए। इस बैंक खाते में ही यह राशि जमा की जाएगी, जिसे रिकॉर्ड पर लिया जाएगा।

हर बैंक खाते के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम या धर्म शाखा प्रभारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कलेक्टर सिंह ने कहा कि सभी संपत्तियों का जायजा लिया जा रहा है कि ‌उन्हें भविष्य के लिए और किस तरह से सुरक्षित किया जा सकता है, साथ ही अन्य संपत्तियों के भी रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। जहां कब्जे मिलेंगे, वहां हटाने की कार्रवाई होगी और कुछ जगह पर कानूनी वाद चल रहे हैं, जिसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह कोर्ट में हाई कोर्ट का आदेश प्रस्तुत कर वाद का निराकरण कराएं।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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