Crime news: जेल में दोस्ती के नाम पर लाखों की ठगी, मांगी थी आर्थिक मदद, मामला दर्ज

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

इंदौर। विजय नगर पुलिस ने अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। आरोपी से फरियादी के पति की जेल में दोस्ती हुई। जेल में मदद का हवाला करके आरोपी ने बाहर आकर आर्थिक मदद मांगी। रुपए लिए और जिसने मदद की, उसके लाखों रुपए ठग लिए।

प्रज्ञा जैन सामंत पिता विशाल सामंत (40) निवासी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की शिकायत पर विनायक नकसवाल निवासी भागीरथपुरा व उसके अन्य साथी के खिलाफ केस दर्ज किया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसके पति एक केस में जेल में बंद थे। आरोपी विनायक भी वहां बंद था। आरोपी को लकवा हो गया है। पति उसके खाने और उठने-बैठने में मदद करते थे। इसके चलते दोनों में दोस्ती हो गई।

पति जेल से छूट गए। आरोपी भी जमानत पर बाहर आ गया। बाहर आने के बाद पति से मिला तो विश्वास दिलाया कि उस पर ठगी के आरोप झूठे हैं। उसने मुनाफा कमाकर दिया, लेकिन इसके बाद भी ज्यादा की लालच में फंसा दिया है। अभी उसकी हालत खराब है। इसके बाद मुनाफा दिलाने के बहाने रुपए ले लिए। आरोपी ने एक डीमैट अकाउंट खुलवाया और उसकी आईडी और पासवर्ड अपने पास रख लिए।

इसके बाद उसने 5 लाख 30 हजार रुपए इस बैंक खाते में डलवा लिए। इसके बाद विरोधियों का डर बताकर गायब हो गया। जब रुपए नहीं मिले तो आरोपी से फोन किया। इसके बाद उसके पति को किसी सुरेश भाई नाम के आरोपी से धमकी भी दिलवाई। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत की तो आरोपी ने 51 हजार रुपए वापस किए। इसके बाद रुपए नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।