इंदौर। विजय नगर पुलिस ने अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। आरोपी से फरियादी के पति की जेल में दोस्ती हुई। जेल में मदद का हवाला करके आरोपी ने बाहर आकर आर्थिक मदद मांगी। रुपए लिए और जिसने मदद की, उसके लाखों रुपए ठग लिए।
प्रज्ञा जैन सामंत पिता विशाल सामंत (40) निवासी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की शिकायत पर विनायक नकसवाल निवासी भागीरथपुरा व उसके अन्य साथी के खिलाफ केस दर्ज किया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसके पति एक केस में जेल में बंद थे। आरोपी विनायक भी वहां बंद था। आरोपी को लकवा हो गया है। पति उसके खाने और उठने-बैठने में मदद करते थे। इसके चलते दोनों में दोस्ती हो गई।
पति जेल से छूट गए। आरोपी भी जमानत पर बाहर आ गया। बाहर आने के बाद पति से मिला तो विश्वास दिलाया कि उस पर ठगी के आरोप झूठे हैं। उसने मुनाफा कमाकर दिया, लेकिन इसके बाद भी ज्यादा की लालच में फंसा दिया है। अभी उसकी हालत खराब है। इसके बाद मुनाफा दिलाने के बहाने रुपए ले लिए। आरोपी ने एक डीमैट अकाउंट खुलवाया और उसकी आईडी और पासवर्ड अपने पास रख लिए।
इसके बाद उसने 5 लाख 30 हजार रुपए इस बैंक खाते में डलवा लिए। इसके बाद विरोधियों का डर बताकर गायब हो गया। जब रुपए नहीं मिले तो आरोपी से फोन किया। इसके बाद उसके पति को किसी सुरेश भाई नाम के आरोपी से धमकी भी दिलवाई। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत की तो आरोपी ने 51 हजार रुपए वापस किए। इसके बाद रुपए नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।