जी-20 की बैठक का कई देश कर सकते हैं बहिष्कार

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

नई दिल्ली। श्रीनगर में होने वाली जी-20 की बैठक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद उत्पन्न हो गया है। कयास लगाया जा रहा है, कि कुछ देश इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। जम्मू कश्मीर में बैठक को लेकर जिस तरह का विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बन गया है। उसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी यह संभावना बनने लगी है, कि बैठक में कुछ देश अपने प्रतिनिधि नहीं भेजेंगे।
 अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने, भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर जो रिपोर्ट जारी की है। उसके बाद से एक नया विवाद शुरू हो गया है। भारत ने अमेरिका की रिपोर्ट को खारिज किया है। भारत सरकार का कहना है,कि वह जी-20 के अध्यक्ष के रूप में भारत को देश के किसी भी हिस्से में बैठक की मेजबानी करने का उसे विशेषाधिकार प्राप्त है। जी-20 की बैठक जम्मू कश्मीर में आयोजित करना, भारत के अल्पसंख्यकों और कश्मीरी मुसलमानों के मानव अधिकार से जोड़ना गलत है।
 कश्मीर में हाई अलर्ट
श्रीनगर में 22 से 24 मई तक टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी। इसके लिए विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित किया गया है। बीएसएफ का सुरक्षा बल बॉर्डर पर लगातार गश्त कर रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम काफी कड़े कर दिए गए हैं।
जी-20 की बैठक को लेकर जिस तरह का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद बना है। उसके बाद यह संभावना व्यक्त की जा रही है,कि कुछ देशों के प्रतिनिधि जम्मू-कश्मीर की बैठक में शामिल होने से बच सकते हैं।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।