हाल ही में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम (Narmadapuram) करने का ऐलान किया था. इसके बाद अन्य शहरों के इस्लामिक नाम बदले की आवाज उठने लगी है. जबकि कांग्रेस ने इसे धर्म विशेष के लोगों को टारगेट करने का आरोप लगाया है.
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मध्य प्रदेश में इन दिनों राजनीतिक मिजाज को देखते हुए लग रहा है जैसे नाम में ही सब कुछ रखा है. हालांकि मशहूर अंग्रेजी लेखक विलियम शेक्सपीयर ने लिखा था कि नाम में क्या रखा है? दरअसल मध्य प्रदेश में नाम बदलने को लेकर सियासत का एक लंबा दौर चल चुका है. एक दिन पहले ही नर्मदा जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम (Narmadapuram) करने का ऐलान किया था और अब मांग उठने लगी है कि ये सिलसिला और आगे बढ़ाया जाए. होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम करने के ऐलान पर पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) ने मुख्यमंत्री शिवराज को बधाई देते हुए कहा है कि होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम करने के लिए सीएम को हृदय से बधाई.आखिर विदेशियों की खूनी विजय और अत्याचारों के चिन्ह स्वतंत्र भारत में मिटाने ही होंगे. यह सिलसिला मध्य प्रदेश में और भी आगे बढ़ाना ही चाहिए.
जय भान सिंह पवैया से पहले मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम किए जाने के ऐलान के बाद जमकर जश्न मनाया. राजधानी भोपाल में उनके मालवीय नगर स्थित आवास पर तमाम कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और जमकर आतिशबाजी हुई. आपको बता दें कि रामेश्वर शर्मा ने इससे पहले होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम किए जाने का मुद्दा उठाया था. जबकि वह राजधानी भोपाल में ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरु नानक टेकरी किए जाने की भी मांग उठा चुके हैं.
दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना
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