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MP News in Hindi-1

नगरीय निकाय निर्वाचन के तहत 6 एवं 13 जुलाई को संबंधित क्षेत्र में रहेगा अवकाश

त्रि-स्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय आम निर्वाचन -2022
राज्य शासन द्वारा नगरीय निकाय निर्वाचन-2022 के प्रथम चरण 6 जुलाई और द्वितीय चरण 13 जुलाई को होने वाले मतदान के दिन संबंधित क्षेत्र में सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। साथ ही संबंधित क्षेत्रों में निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है।

MP News in Hindi-2

दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में 10 जुलाई तक नो-रूम, भोपाल से दिल्ली की ओर गुजरती हैं सर्वाधिक ट्रेनें

भोपाल। आमतौर पर भोपाल व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से दिल्ली की ओर गुजरने वाली ट्रेनों में टिकट की मारामारी कम रहती है। इसकी एक वजह, इस रेलमार्ग पर अन्य रेलमार्गों की तुलना में सर्वाधिक 30 से अधिक ट्रेनों का गुजरना होता है। ये ट्रेनें चौबीस घंटे में गुजरती हैं। इनमें से लगभग सभी ट्रेनों का भोपाल रेलवे स्टेशन पर ठहराव भी है। इनमें से तेलंगाना, सचखंड व केरला एक्सप्रेस जैसी कुछ ट्रेनें तो ऐसी हैं जिनमें 10 जुलाई तक कन्फर्म तो दूर, वेटिंग के टिकट भी नहीं मिल रहे हैं। मतलब इन ट्रेनों में नो रूम है। पहले इनमें टिकट की मारामारी कम रहती थी। तुरंत या एक—दो दिन बाद की यात्रा में कन्फर्म बर्थ तो कम ही मिलते थे लेकिन वेटिंग के टिकट आसानी से मिल जाते थे। कोरोना महामारी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब भोपाल से दिल्ली की ओर जाने वाली इन ट्रेनों में नो रूम की स्थिति है। इन ट्रेनों में वेटिंग के टिकट भी नहीं मिल रहे हैं। यह स्थिति स्लीपर श्रेणी के कोचों में बन रही है। यात्रियों को उम्मीदें थी कि वर्षा की शुरुआत के साथ ही दबाव कम होगा और टिकट आसानी से मिल सकेंगे, लेकिन ऐसी स्थिति नहीं बन रही है।
गोरखपुर-प्रयागराज समेत दूसरे मार्गों पर पहले से दबाव
भोपाल व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से गोरखपुर, जयपुर, हावड़ा व प्रयागराज जैसे रेलमार्गों पर चलने वाली ट्रेनों में पहले से दबाव है, जो हमेशा ही रहता है। इसकी मुख्य वजह इन शहरों के लिए गिनी—चुनी ट्रेनें होना है। कोरोना महामारी में व्यापार-उद्योग ठप पड़ गए थे। यात्राएं भी टालनी पड़ी थी। जब से महामारी का असर कम हुआ है तब से लोग अपने-अपने रूके कामों को गति देने के लिए निकल रहे हैं। यात्राएं भी कर रहे हैं। गर्मी अधिक थी, जिसकी वजह से लोग पर्यटन स्थलों के लिए जाने से बच रहे थे। वर्षा होने के बाद माहौल सुधर रहा है। वातावरण में ठंडक बढ़ रही है इसलिए लोग पर्यटन स्थलों की यात्रा के लिए निकल रहे हैं।

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15 जुलाई से नॉन कमर्शियल वाहनों का पोर्टल शुरू होगा

– कार्यालय जाए बिना डीलर प्वाइंट पर होंगे रजिस्ट्रेशन
भोपाल। वाहन-4 पोर्टल के माध्यम से नॉन कॉमर्शियल वाहनों (कार, बाइक व स्कूटर) के रजिस्ट्रेशन 15 जुलाई से शुरू होंगे। इस पोर्टल के माध्यम से वाहन मालिक प्रदेश में कहीं भी वाहन खरीदकर अपने गृह जनपद का रजिस्ट्रेशन नंबर ले सकेंगे। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद वाहन मालिकों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आरटीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी। डीलर प्वॉइंट पर ही रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जाएंगे। वाहन मालिकों को सिर्फ रजिस्ट्रेशन की निर्धारित फीस व लाइफ टाइम टैक्स जमा करना होगा। वाहन शोरूम से तभी बाहर आएंगे तब रजिस्ट्रेशन नंबर आवंटित कर दिया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी संबंधित डीलर्स की होगी। केंद्रीय व निजी कंपनियों के कर्मचारी भी भारत सीरीज के तहत वाहनों के रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
वाहन-4 पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की शुरूआत तीन माह की देरी हुई है। पहले शुरुआत 15 अप्रैल से होनी थी, लेकिन अब 15 जुलाई से होगी। इसका कारण ई-पेमेंट सिस्टम में कुछ खामियां होना था, जिसमें सुधार करने व ट्रॉयल लेने में देरी हुई। वाहन पोर्टल के माध्यम से नॉन कॉर्मशियल व भारत सीरीज के तहत रजिस्टर्ड होने वाले वाहनों के रजिस्ट्रेशन की शुुरुआत करने के लिए एनआईसी 3 माह से टेस्टिंग कर रहा है। रजिस्ट्रेशन शुल्क व लाइफ टाइम टैक्स गुगल पे, भीम एप, पेटीएम, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई सहित अन्य ई-पेंमेंट के माध्यम से जमा कर सकेंगे। वाहन-4 पोर्टल के माध्यम से डीलर प्वाइंट से नॉन कॉमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन अभी होंगे। कॉमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन वर्तमान व्यवस्था के तहत ही होंगे।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।