एमपीपीएससी : मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण मामले में लाखों छात्रों ने एक साथ हाईकोर्ट को लिखे पत्र

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इंदौर। मध्यप्रदेश में एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों ने फिर एक बार बड़ा अभियान छेड़ दिया है, जहां परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने ‘लेटर अभियान’ की शुरुआत की है।

एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने इस अभियान की शुरुआत ओबीसी आरक्षण पर जल्द फैसला सुनाए जाने की मांग को लेकर की है। गौरतलब है कि, लगभग 3 साल से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, लेकिन बावजूद इसके अब तक परिणाम सामने नहीं आए हैं, जिसके बाद अब प्रदेश भर के लाखों छात्रों ने हाई कोर्ट को पत्र लिखे हैं, जिसमें छात्रों ने जल्द से जल्द ओबीसी आरक्षण पर अंतिम विचार करने की अपील की है। देखा जाए तो लंबे वक्त से एमपीपीएससी के छात्र परेशान नजर आ रहे हैं।

एमपीपीएससी की तमाम भर्तियां अटकी हैं

एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए मध्यप्रदेश में साल 2019 में ओबीसी आरक्षण कोटे को 14% से बढ़ाकर 27% कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले को एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने कोर्ट में चुनौती दी थी, वहीं अब लंबा वक्त गुजरने के बावजूद किसी तरह का कोई निर्णय नहीं आया है। उधर, एमपीपीएससी की तमाम भर्तियां अटकी हुई हैं।

कुछ इस तरह छात्रों ने छेड़ा अभियान

एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने लेटर अभियान की शुरुआत की है, जहां छात्रों ने ई-मेल और लेटर लिखने शुरू किए हैं। छात्रों ने यह अभियान पूरे मध्यप्रदेश में चलाया हुआ है। इस अभियान को लेकर 18 जुलाई तक की तारीख भी तय की गई है, जिसके बाद अब स्पीड पोस्ट के सहारे एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र हाई कोर्ट तक लेटर भेज रहे हैं, अब तक हजारों छात्रों ने लेटर भेज दिए हैं, तो वहीं लाखों छात्र अपने-अपने लेटर भेजने की तैयारी कर रहे है।

अलग-अलग तरह के अभियान चला चुके हैं छात्र

एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्र इससे पहले भी अलग-अलग तरह के अभियान प्रदेश भर में चला चुके हैं। वहीं अब छात्रों ने लेटर अभियान शुरू किया है, जहां इस अभियान के तहत छात्र ईमेल और स्पीड पोस्ट के जरिए अपने-अपने लेटर हाई कोर्ट तक भेज रहे हैं। वहीं इस अभियान में प्रदेश भर के लाखों छात्र हिस्सा लेंगे।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।