राकू चौधरी के परिवार वालों ने तो यहां तक कह दिया की पुलिस ने मोटी रकम लेकर मामले को शांत कर दिया है और आरोपी कमल आर्य व 1 अन्य आरोपी को वो गिरफ्तार नहीं कर रही है। यहां तक कि पुलिस उनसे पूछताछ भी नहीं कर रही है। सैकड़ों की संख्या मे नारेबजी करते हुए एस डी एम कार्यालय पहुंचे हिन्दु संगठन के लोगों ने शख्त लहजे में प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा की अगर अब प्रशासन सीबीआई जांच नहीं करवाता है और आरोपियों को नहीं पकड़ता है तो हिन्दुवादी संगठन भारी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
एसडीएम को सौंपी गई अपनी शिकायत में हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने राकू की हत्या के बाद पुलिस जांच के हवाले से बताया है कि सीएसपी मनोज रत्नाकर ने मीडिया को दिए गए बयान में स्वीकार किया था कि हत्याकांड में शामिल आर्यन व अविरल आर्य के पिता यशवंत आर्य की संलिप्तता मिली है। बावजूद पुलिस ने मामले में संदिग्ध यशवंत आर्य, कमल आर्य और विजय पटेल के समर्थन में झूठे साक्ष्य जमा कर प्रकरण से अलग करने का अभिमत दिया है।