बारिश के मौसम में ज़रूर खाएं मूंग-मसूर मिक्स दाल, पाचनतंत्र के लिए है बहुत फायदेमंद

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

Health News. थाली में जब तक दाल न हो खाने का मज़ा नहीं आता. अरहर की दाल लोगों को बहुत ज्यादा पसंद है. चाहे उसे आप चावल के साथ खाएं या रोटी के साथ दाल हर रूप में स्वादिष्ट लगती है. किसी भी मौसम में दाल थाली में फिट बैठती है.

वैसे तो सभी दालें स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं. लेकिन कुछ दालों को अगर सीजन के हिसाब से खाया जाए तो इसका फायदा दोगुना हो जाता है. जैसे बारिश के मौसम में उड़द की दाल खाने से बचना चाहिए. मसूर की मिक्स दाल हमारे पेट पाचनतंत्र के लिए बहुत फायदेमंद है. तो आइये जानते हैं किस मौसम में कौन सी दाल खानी चाहिए.

हर मौसम में फायदेमंद मूंग-मसूर मिक्स दाल

मूंग-मसूर की मिक्स दाल को आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं. खासतौर से बारिश के मौसम में ये मिक्स दाल पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है. बारिश के मौसम में हमारा पाचनतंत्र काफी कमजोर हो जाता है. मूंग मसूर-दाल आसानी से पांच जाती है. मूंग की दाल की तासीर ठंडी होती है, जबकि मसूर की दाल की तासीर गर्म होती है. इसलिए मानसून सीजन में इन दोनों दालों को मिला कर खाने की सलाह दी जाती है.

शुगर, कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियां दूर रहती हैं

जो लोग हफ्ते में 4-5 बार मूंग- मसूर की मिक्स दाल खाते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों से भी मुक्ति मिल जाती है. मूंग मसूर की मिक्स दाल लो फैट का अच्छा सोर्स है जिसे खाने से हार्ट की बीमारियां दूर रहती हैं. इस दाल से डाईबेटिस भी कंट्रोल में रहता है. इसके अलावा मूंग मसूर की मिक्स दाल में अच्छी मात्रा में आयरन जिंक भी होता है जो आपके शरीर में खून बढ़ाने का काम भी करता है. खुद को मज़बूत बनाने के लिए आप मिक्स दाल खा सकते हैं.

पाचन खराब होने पर उल्टी, दस्त, पेट दर्द, कब्ज, बदहजमी, गैस, पेट फूलने जैसी समस्याएं होती हैं. ऐसे में डॉक्टर्स मूंग मसूर की हल्की दाल खाने की सलाह देते हैं. इस दाल को पतला बनाया जाए तो ये आसानी से पच जाती है.

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।