नेशनल गेम्स घोटाला : 3 राज्यों में 16 जगहों पर सीबीआई की छापेमारी, अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

आयोजन के दौरान खेल सामग्री उपकरण खरीदी में बड़े पैमाने पर दलाली का आरोप

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने साल 2011 में रांची में हुए 34वें नेशनल गेम्स मामले में हुई धांधली को लेकर नेशनल गेम्स ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के तत्कालीन चेयरमैन झारखंड सरकार के अधिकारियों समेत अनेक लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर दिल्ली, झारखंड और बिहार में 16 जगहों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद होने का दावा किया गया है जिनकी जांच की जा रही है.

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें पूर्व सांसद और नेशनल गेम्स ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन आरके आनंद झारखंड सरकार के तत्कालीन खेल निदेशक पीसी मिश्रा, एसएम हाशमी और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के तत्कालीन कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक के नाम शामिल हैं.

इस मामले में पहले झारखंड सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी.
लेकिन बाद में उच्च न्यायालय के आदेश पर यह जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी गई थी. सीबीआई ने पिछले महीने इस मामले में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी.

आयोजकों पर लगा ये आरोप

सीबीआई के मुताबिक इस मामले में आरोप है कि इस आयोजन के दौरान जो खेल सामग्री उपकरण आदि खरीदे गए उनमें बड़े पैमाने पर दलाली हुई. इसके अलावा इन खेलों में जो अन्य सर्विसेज ली गई उनमें भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं बरती गई. ध्यान रहे कि फरवरी 2011 में इन खेलों का आयोजन रांची में किया गया था.

सीबीआई के मुताबिक आज की छापेमारी के दौरान अनेक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस उपकरण और दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे इस मामले से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं. इन सभी दस्तावेज और उपकरणों की जांच की जा रही है मामले की जांच जारी है.
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।