National News – देश के अगले सीजेआई यूयू ललित ने गिनाईं अपनी प्राथमिकताएं

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

National News। देश के अगले नामित मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यूयू ललित ने अपने आगामी कार्यकाल के लिए तीन प्राथमिकताएं गिनाई हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं 74 दिनों की अपनी अगली पारी में 3 क्षेत्रों में कुछ हिस्सों को स्पष्ट करना चाहता हूं।
पहला- हम लिस्टिंग को यथासंभव सरल, स्पष्ट और पारदर्शी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। दूसरा- आपके पास एक स्पष्ट तंत्र होगा जहां किसी भी जरूरी मामले को संबंधित अदालतों के समक्ष स्वतंत्र रूप से उल्लेख किया जा सकता है।
तीसरा- संविधान पीठों के समक्ष मामलों की सूची और ऐसे मामले जो विशेष रूप से तीन न्यायाधीशों की पीठों को संदर्भित किए जाते हैं, हम यह कहने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे कि हां, हमारे पास पूरे वर्ष कम से कम एक संविधान पीठ हमेशा काम करेगी।
इस मौके पर निवर्तमान सीजेआई एनवी रमण ने कहा कि आम धारणा यह थी कि न्यायपालिका आम जनता से काफी दूर है, अभी भी लाखों दबे हुए लोग हैं जिन्हें न्यायिक मदद की जरूरत है और जरूरत के समय इससे संपर्क करने के लिए आशंकित हैं।
अपने संवैधानिक जनादेश को पूरा करने के बावजूद, न्यायपालिका को मीडिया में पर्याप्त जगह नहीं मिलती है जिससे लोग संविधान के बारे में ज्ञान से वंचित हो जाते हैं।
जस्टिस रमण ने कहा, इन धारणाओं को दूर करना और न्यायपालिका के आसपास जागरूकता पैदा करने और विश्वास पैदा करने के माध्यम से संविधान को लोगों के करीब लाना मेरा संवैधानिक कर्तव्य था।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।