National News – टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा, स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किया डाक टिकट

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान को आज यानी 16 जनवरी को एक साल पूरा हो गया। इस मौके पर कोविड-19 टीके पर एक डाक टिकट जारी किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आज हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमने टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा कर लिया है।

मंडाविया ने कहा कि दुनिया हमारे टीकाकरण अभियान को देख कर आश्चर्यचकित है; जिसमें 156 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु के 93 फीसदी लोगों को टीके की पहली और 70 फीसदी लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने कोरोना टीके आने से पहले ही भ्रम फैलाना शुरू कर दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके प्रति समर्पित थे और उन्होंने हमारे वैज्ञानिकों व कंपनियों को टीके पर काम जारी रखने के लिए उत्साहित किया। मंडाविया ने कहा कि इसी का परिणाम आज हम भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के रूप में देख रहे हैं।

डाक टिकट जारी कर वैज्ञानिकों को दिया धन्यवाद
मंडाविया ने एक ट्वीट में लिखा, ‘आज टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करते हुए, आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने मिलकर जो स्वदेशी कोवाक्सिन टीका विकसित किया है, उस पर डाक टिकट जारी किया गया है। मैं सभी वैज्ञानिकों को इस अवसर पर हार्दिक बधाई व धन्यवाद देता हूं।’

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर इस अभियान से जुड़े हर व्यक्ति को धन्यवाद कहा। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, जब यह वैश्विक महामारी पहली बार आई थी, तब वायरस के बारे में ज्यादा नहीं पता था। हालांकि, हमारे वैज्ञानिकों ने टीके विकसित करने के लिए खुद को झोंक दिया।

उन्होंने कहा, ‘भारत को इस बात पर गर्व है कि हमारे देश ने टीकों के माध्यम से वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ने में योगदान दिया। मैं टीकाकरण अभियान से जुड़े हर व्यक्ति को सलाम करता हूं। हमारे चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका असाधारण रही है।’

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।