शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या के कारण प्रशासन की बेचैनी बढ़ती जा रही है । प्रशासन द्वारा कोरोना से युद्ध में लगातार संघर्ष किया जा रहा है प्रशासन अपने स्तर पर नित्य नए प्रयोग कर रहा है | कलेक्टर मनीष सिंह मंगलवार रात रविन्द्र नाट्य गृह में हुई बैठक में कॉरपोरेट अस्पताल संचालकों, नर्सिंग कॉलेज संचालकों और इन्शुरन्स के अधिकारियों से रूबरू हुए | दरअसल प्रशासन द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए जितने अस्पताल और बिस्तरों की व्यवस्था की गई थी मरीजों की संख्या बढ़ने से वो कम पड़ रहे है । तब कलेक्टर द्वारा अस्पताल संचालकों से बेड संख्या बढ़ाने पर चर्चा की गई थी जिसमें अस्पताल संचालकों ने अनेक समस्याएं कलेक्टर को बताई थी, इन समस्याओं को देखते हुए कलेक्टर द्वारा 15 सितंबर की शाम को रविंद्र नाट्य गृह पर एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें नर्सिंग कॉलेज संचालकों, अस्पताल संचालकों एवं इंश्योरेंस सेक्टर से जुड़े अधिकारियों को बुलाया गया था|
जहां कलेक्टर ने वन टू वन चर्चा करते हुए सभी की समस्याओं को सुना और समाधान के रास्ते बताएं | अस्पताल संचालकों की मुख्य समस्या :- 1- इंश्योरेंस क्लेम में बहुत देरी हो जाती है जिस कारण हम पेशेंट को डिस्चार्ज नहीं कर पाते और बेड खाली नहीं हो पाता | कलेक्टर के सुझाव – कलेक्टर ने इंश्योरेंस अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकतम 2 घंटे में क्लेम पास किया जाये | 2- चोइथराम हॉस्पिटल की समस्या है कि क्लेम में बिल का पूरा पैसा नहीं मिलता | कलेक्टर के सुझाव – इंश्योरेंस अधिकारियों ने बताया की क्लेम हमारी पालिसी के मुताबिक ही पास हो पायेगा | 3- अस्पताल संचालकों ने बताया की नर्सिंग स्टाफ की कमी है | कलेक्टर के सुझाव – कलेक्टर ने सुनील पंड्या, अक्षय तिवारी, अवधेश दवे और अक्षय बम को कहा कि नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता अस्पताल वालों को कराएं | 4- इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के राज गोयल ने कलेक्टर से डॉक्टर अजय जोशी की मृत्यु के संदर्भ में कोरोना योध्या की राशी का निवेदन किया | कलेक्टर के सुझाव – कलेक्टर ने कहा जल्द ही फाइल पास हो जाएगी | दवा निमार्ण करने वाली कम्पनियों को ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भी कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिए | नर्सिंग कॉलेज संचालकों ने मांग रखी :- 1- नर्सिंग कॉलेज संचालक सुनील पंड्या ने कहा की विद्यार्थी 4 साल की पढाई के बाद इंटर्नशिप के लिए हॉस्पिटल जा रहें है तो उनको मिनिमम 10 हजार रुपए महिना मिलना चाहिए | कलेक्टर के सुझाव – कलेक्टर ने अस्पताल संचालक को निर्देश दिया की कम से कम 10 हजार रुपए सेलेरी अवश्य दे | 2- प्रेक्टिस पर जा रहे विद्यार्थियों से कोई शुल्क न लिया जाये | कलेक्टर के सुझाव – कलेक्टर ने अस्पताल संचालक को निर्देश दिया इस बात पर विचार करे | मीटिंग की मुख्य बात :- 1- अस्पताल अपने नजदीक के होटलों के नाम बताएं जिन्हें कोविड मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध कराया जा सके। संबंधित होटल का अधिग्रहण कर प्रशासन अस्पताल को सौंप देगा। अस्पताल संचालक को होटल का किराया देना पड़ेगा। इसके लिए दोनों पक्ष आपसी सहमति से किराया तय कर लेंगे। इसके बाद अस्पताल संचालक अपना स्टाफ लगाकर वहां मरीज भर्ती कर सकेगा। 2. नर्सिंग कॉलेज संचालक अक्षय बम ने कहा की अस्पताल संचालक स्टाफ की कमी की लिस्ट हमें दे दे हम उसकी पूर्ति कर देंगे | 3. नर्सिंग कॉलेज संचालक अक्षय तिवारी एवं रवि भदोरिया ने कहा की हम कोरोना युद्ध में प्रशासन के साथ है | तकरीबन 2 घंटे चली मीटिंग में कलेक्टर द्वारा सभी की समस्याओं को सुनकर समाधान भी बताएं और इस तरह को कोविड-19 युद्ध के लिए आगे की तैयारियां पूरी की ।
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