जेपी-काटजू में 10 से अधिक ऑपरेशन टले, भोपाल से 3 हजार कर्मचारी हड़ताल पर
भोपाल। सरकारी अस्पतालों में कार्यरत रेगुलर नर्सों सहित फार्मासिस्ट एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की हड़ताल जारी है। मंगलवार को दूसरे दिन यह स्टॉफ अस्पताल में नहीं पहुंचा। जिसके चलते लगातार मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का कहना है कि किसी प्रकार की कोई व्यवस्था में दिक्कत नहीं है, हमारे द्वारा संविदा कर्मचारी एवं प्रशिक्षित छात्रों द्वारा व्यवस्था को संभाला जा रहा है।
वहीं शहर के मुख्य जेपी एवं काटजू अस्पताल में करीब 10 ऑपरेशन टल गए हैं। बता दें कि भोपाल से करीब 3 हजार स्टॉफ हड़ताल पर है।
जेपी अस्पताल के अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार को हमारे यहां एक ऑपरेशन हुआ है हम संविदा कर्मचारी एवं प्रशिक्षण ले रहे छात्रों की मदद से व्यवस्था बनाए हुए हैं। वहीं काटजू अस्पताल के अधीक्षक पीके सिंह ने बताया कि हमारे यहां कर्मचारियों द्वारा व्यवस्था बनाई जा रही है वहीं मंगलवार को अभी तक दो ऑपरेशन हो चुके हैं। बता दें कि जेपी और काटूज में रोजाना क्रमश: 12 एवं 6 ऑपरेशन होते हैं।
भोपाल के 5 मुख्य केंद्र जिसमें जेपी और काटजू के अलावा अन्य स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं यहां अकेले भोपाल में हीं हड़ताल पर जाने वाली नर्सों की संख्या 350 के करीब है। वहीं संविदा नर्सों की संख्या इन पांचों केंद्र में 100 से भी कम है। जिसमें से लगभग 20 के करीब छुट्टी पर हैं।
इसलिए कर रहे हड़ताल
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रवेश प्रवक्ता अंबर चौहान ने बताया हम अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इससे पहले हमने 41 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सरकार को दिया था, सोमवार से सरकारी अस्पतालों में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर थीं। आज इनके साथ पैरामेडिकल स्टॉफ, फॉर्मासिस्ट, रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन आदि भी शामिल है। इसके अलावा 52 जिलों में काम ठप्प पड़ा है। हम ग्रेड पे, नाइट एलॉउंस और नर्सिंग स्टूडेंट्स को स्टायपेंड आदि की मांग कर रहे हैं। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो यह आंदोलन जारी रहेगा।
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रवेश प्रवक्ता अंबर चौहान ने बताया हम अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इससे पहले हमने 41 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सरकार को दिया था, सोमवार से सरकारी अस्पतालों में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर थीं। आज इनके साथ पैरामेडिकल स्टॉफ, फॉर्मासिस्ट, रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन आदि भी शामिल है। इसके अलावा 52 जिलों में काम ठप्प पड़ा है। हम ग्रेड पे, नाइट एलॉउंस और नर्सिंग स्टूडेंट्स को स्टायपेंड आदि की मांग कर रहे हैं। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो यह आंदोलन जारी रहेगा।