National News. केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से मुलाकात करेंगे. वह मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों द्वारा अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्रियों के साथ व्यक्तिगत बैठकें कर रहे हैं. खबर के मुताबिक पीएम मोदी की इन बैठकों को मंत्रिमंडल में फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है.
राजनीतिक पर्यवेक्षकों और भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, ये बैठकें संभावित मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल से पहले की एक कवायद है. हालांकि, इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. अगर ऐसा होता है, तो 30 मई, 2019 से शुरू हुई मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहला कैबिनेट फेरबदल होगा.
लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान और भाजपा के सुरेश अंगड़ी के निधन के बाद एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री का पद रिक्त है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से बाहर हुए शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना के प्रतिनिधियों ने दो मंत्री पद भी खाली कर दिये थे.
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वर्तमान में, कई मंत्री कई विभागों के बोझ तले दबे हैं. उदाहरण के लिए, रेल मंत्री पीयूष गोयल के पास वाणिज्य और उद्योग और खाद्य और उपभोक्ता मामले हैं. इसी प्रकार कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी ग्रामीण विकास का प्रबंधन कर रहे हैं. कयास लगाये जा रहे थे कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में वरुण गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को अहम पद मिल सकते हैं.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कैबिनेट मंत्री और स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री (MoS) शामिल हैं. इससे पहले, केंद्रीय मंत्रिमंडल में होने वाले फेरबदल की चर्चा के बीच, आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) और केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठकें 16 जून को हुई थीं. बाद में 20 जून को, पीएम मोदी ने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने निवास पर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सहित केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की.
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