इंदौर में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों के ऑफिस में छापा, रूम में खुफिया कैमरों साथ आपत्तिजनक सामग्री

sadbhawnapaati
2 Min Read

इंदौर में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों के ऑफिस में छापा, रूम में खुफिया कैमरों साथ आपत्तिजनक सामग्री 

जंजीरवाला चौराहा स्थित आरोपित रणवीरसिंह उर्फ रिक्की चावला और उसके भाई गुरदीप चावला के ऑफिस पर तुकोगंज थाना पुलिस ने छापा मारा। दोनों पर सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के आरोप है आरोपितों के ऑफिस से पुलिस को कई खुफिया कैमरे, वाइस रिकार्डर, शराब की बोतलें, आपत्तिजनक सामग्री और महिलाओं के अंतर्वस्त्र मिले हैं। शक है आरोपित रसूखदारों को ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो बनाते थे।

टीआइ कमलेश शर्मा के मुताबिक, गुरुद्वारा मेन कालोनी निवासी रिक्की और गुरदीप करीब दो वर्षों से फरार हैं। पिछले वर्ष आरोपितों पर श्रीनगर कालोनी निवासी युवती की शिकायत पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया था। युवती आरोपितों के दफ्तर में रिसेप्शनिस्ट थी। आरोप है कि दोनों भाइयों ने युवती को फिल्मों में काम और नौकरी का झांसा दिया और कई बार दुष्कर्म किया। उसका वीडियो बना लिया और ब्लैकमेल करने लगे। आरोपितों पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज होने पर पीड़िता ने हिम्मत की और केस दर्ज करवाया।  टीआइ के मुताबिक, आरोपितों की तलाश में कई जगह छापे मारे लेकिन नहीं मिले। एसपी (पूर्वी) विजय खत्री ने दोनों पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। बुधवार को एसआइ मीना बौरासी ने मेग्नेट टावर स्थित पांचवीं मंजिल के दफ्तर पर छापा मारा। पुलिस ने रहवासियों की मौजूदगी में ताला तोड़ा और तलाशी ली। एसआइ के मुताबिक, दफ्तर में एक गेस्ट रूम बना हुआ था। जहां खुफिया कैमरे लगे हुए थे। काफी मात्रा में अंतर्वस्त्र, परफ्यूम, शराब, आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।

बैंक अफसरों की मदद से करोड़ों का लोन घोटाला करने का आरोप
टीआइ शर्मा के मुताबिक, आरोपित रिक्की और गुरदीप के विरुद्ध संयोगितागंज, अन्नापूर्णा और लसूड़िया थाने में कई केस दर्ज हैं। आरोपित बैंक अधिकारियों से साठगांठ कर बेरोजगार और मजबूर लोगों के नाम से करोड़ों का लोन स्वीकृत करवा लेते हैं। संयोगितागंज थाना पुलिस सहयोगी बैंक मैनेजर आरके मीणा की भी तलाश कर रही है
Share This Article
17 Comments