लुटेरी दुल्हनों और दलाल ने किसान परिवार को लगाई साढ़े चार लाख की चपत, रस्में निभाने के बाद रुपये-जेवर लेकर भागे, केस दर्ज

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

इंदौर जिले में भी लुटेरी दुल्हनें पहुंच गई हैं। तीन दुल्हनों और दलाल ने किसान परिवार को साढ़े चार लाख की चपत लगा दी है। सगाई की रस्में निभाने के बाद सभी रुपये-जेवर लेकर भाग गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

बता दें कि घटना इंदौर जिले की सांवेर तहसील के ग्राम पंचोला की है। किसान जगदीश कुंवर सुनेर ने पुलिस को बताया कि उनके दो बेटे लखन और प्रहलाद हैं, जिनकी शादी को लेकर वे काफी समय से परेशान थे।

गणेश नामक एक व्यक्ति इसी का फायदा उठाकर उनसे मिलने पहुंचा। उसने बताया कि बाणगंगा के दीपमाला ढाबे के पीछे एक गरीब परिवार की दो बेटियां मधु और तनु हैं, जिनकी शादी आपके बेटों से की जा सकती है। जगदीश भरोसे में आ गए।

इसी बीच जगदीश के साढ़ू भाई का बेटा जितेंद्र के लिए भी गणेश ने लड़की बता दी। तीनों की शादी के बदले उन्होंने साढ़े चार लाख रुपये की मांग की। गणेश ने महेश और सुंदरबाई को लड़कियों का रिश्तेदार बताया था।

पीड़ित किसान जगदीश ने बताया कि लखन की शादी मधु के साथ, प्रहलाद की तनु और जितेंद्र की शादी रेखा के साथ तय हुई। तीनों रिश्ते के बदले डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लिए थे।

7-8 जनवरी को शादी की तारीख भी तय थी। 13 दिसंबर को सगाई की गई। यहीं से तीनों लड़कियां गायब हो गईं। मधु और तनु को शादी के पहले कुछ रकम भी दी थी।

किसान परिवार ने उन्हें तलाशा, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। मंगेतरों के रिश्तेदार बने महेश, सुंदरबाई और गणेश को भी किसान परिवार ने तलाशा, लेकिन वे भी नहीं मिले।

करीब छह महीने बदनामी के डर से अकेले ही उनकी तलाश करते रहे। थक हारकर किसान और उसके बेटों ने गुरुवार को पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। सांवेर पुलिस ने गणेश, महेश और सुंदर बाई के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।  मामले में जांच शुरू कर दी है।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।