शिशुओं को स्तनपान के लिए माताओं के लिए बनवाया था कक्ष, अब लगा रखा है ताला

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शिशुओं को स्तनपान के लिए माताओं के लिए बनवाया था कक्ष, अब लगा रखा है ताला

बस स्टैंड आंचल कक्ष  का नहीं खुलता ताला, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान |
शिशुओं को स्तनपान के लिए माताओं के लिए बनवाया था कक्ष, अब लगा रखा है ताला…
सुनील परिहार .बड़वाह. नगर में महिलाओं को स्तनपान कराने के लिए आंचल कक्ष बनाए गए हैं, लेकिन ये आंचल कक्ष सिर्फ शो पीस बनकर रह गए हैं। बड़वाह बस स्टैंड पर शिशुओं को स्तनपान कराने बनाया गया आंचल कक्ष शोपीस साबित हो रहे हैं। वहीं  बस स्टैंड के आंचल कक्ष में ताला लटका हुआ है। ऐसे में महिलाओं को खुले में शिशुओं को स्तनपान कराना पड़ रहा है। जिससे महिलाओं को शर्मिंदगी उठाना पड़ रही है।

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बताते चलें कि बड़वाह का बस स्टैंड ऐसी जगह हैं। जहां दूर दराज से हर तरह के लोग आते हैं। इनमें ऐसी माताएं भी पहुंचती है जिनके बच्चे छोटे छोटे और स्तन पान करने वाले होते हैं। ऐसे में कई बार जनता की भीड़ में बच्चों को दुग्धपान कराने में शर्मंदगी महसूस होती है। इसी उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर आंचल कक्ष का निर्माण करवाया था। जिसमें बस स्टैंड स्थित आंचल कक्ष देखरेख के अभाव में असामाजिक तत्वों की भेंट चढ़ गया हालत यह है कि नगर नगरपालिका ने यहां ताला डाल दिया। ऐसे में बस स्टैंड में आने वाली महिलाओं को खुले में दुग्धपान कराने मजबूर है। प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है |

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