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“साकार” के सपने हुए बेकार…संजय दासोत गोपाल गोयल का फर्जीवाड़ा आया सामने, बंधक प्लाट बेचने के मामले में प्रशासन ने दिया नोटिस

 

बिना सक्षम अनुमति के 57 बंधक प्लॉटों को बेचकर सरकार और निवेशकों के साथ की धोखाधड़ी

डॉ. देवेंद्र मालवीय

Sanjay Dasot News Indore। जमीन के जादूगर, अविकसित एवं अवैध कॉलोनी बेचने का रिकॉर्ड बना चुके संजय दासोत वर्षों बाद अब कानून के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं। दासोत द्वारा साकार कॉरिडोर, साकार हिल्स, सिद्धि विनायक विहार, सॉलिटेयर कॉरिडोर जैसे अनेक अपूर्ण प्रोजेक्ट बेचकर जनता को ठगा जा चुका है। इस बार दासोत का फर्जीवाड़ा शासन की नजर में आ गया और दबंग कलेक्टर आशीष सिंह एवं कालोनी सेल के निर्भीक अधिकारी प्रदीप सोनी ने इस मामले में कड़े कदम उठाते हुए बंधक प्लाट बेचने के मामले में नोटिस जारी कर दिया। बता दें कि संजय दासोत ने नई फर्म सॉलिटेयर रियलिटी के माध्यम से सिम्बा सिटी बाईपास और शिवनगरी कालोनी उज्जैन रोड के नाम से प्री लॉन्चिंग प्लॉट्स बेचकर हजारों लोगों से करोड़ों रुपयों की अवैध उगाई भी कर रखी है।

कलेक्टर कार्यालय से जारी नोटिस में क्या है ?

9-8-2024 को मेसर्स साकार रियल्टी फर्म के भागीदार संजय दासोत एवं गोपाल दास गोयल के नाम जारी नोटिस में साकार रियल लाइफ में बंधक रखे गए 79 प्लॉट्स में से लगभग 57 प्लॉट्स को बिना अनुमति अवैध रूप से बेचकर रजिस्ट्री करवा दी गई है। इतना ही नहीं, बिक्री किये गए प्लॉट्स को क्रेता द्वारा अन्य लोगों को भी बेच दिया गया। 2021 में जारी कॉलोनी लाइसेंस की शर्तों में साकार कॉरिडोर, साकार हिल्स, सिद्धि विनायक विहार, सॉलिटेयर कॉरिडोर प्राइम का अपूर्ण काम 6 महीनों में पूरा करना था जिसे 3 साल बाद भी पूरा नहीं किया गया।

कौन हैं गोपाल गोयल ?

गोपाल गोयल क्रेडाई इंदौर के चेयरमैन है एवं साकार रियलटी में संजय दासोत के पार्टनर हैं। साकार रियल्टी के अनेकों प्रोजेक्ट्स अधर में हैं। सैकड़ों लोग जीवन भर की पूंजी लगा कर प्लॉट और कॉलोनी के विकास के लिए परेशान हो रहे हैं। बता दें कि कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (CREDAI) क्रेडाई डेवलपर्स के बीच ईमानदारी और पारदर्शिता से संबंधित दिशा-निर्देश बनाने और बनाए रखने के लिए कार्य करता है, इस संगठन से देश भर में 20 सदस्य संघों के माध्यम से 5,000 से अधिक डेवलपर्स जुड़े हुए हैं।

कौन है संजय दासोत ?

Sakar Group Indore – इंदौर में “जमीन के जादूगर” के रूप में चर्चित संजय दासोत दर्जनों कॉलोनी काट चुके हैं। दैनिक सदभावना पाती पूर्व में भी संजय दासोत के प्री लॉन्चिंग प्रोजेक्ट्स (अवैध) शिव नगरी एवं सिम्बा सिटी की खबर का प्रकाशन कर चुका है। बता दें कि खबर के बाद सिम्बा सिटी का प्रोजेक्ट दासोत ने बंद कर दिया और बुकिंग किये गए लोगों को अन्य कॉलोनी में शिफ्ट कर दिया है। संजय दासोत कानून के अच्छे जानकार हैं, चालबाजी से कानून के साथ खिलवाड़ करते हैं। दासोत बंधक प्लॉट को बेचने और जमीन की जादूगरी में इंदौर का सबसे बड़ा नाम है, इनकी अनेकों शिकायत कलेक्टर ऑफिस में पेंडिंग हैं, कई लोग इनके ऑफिस के चक्कर लगा लगा कर परेशान हो चुके हैं। दैनिक सदभावना पाती के पास सिम्बा सिटी, शिव नगरी मामले के स्टिंग ऑपरेशन और अनेकों सबूत हैं जिनकी शिकायत उच्च अधिकारियों को की जा चुकी है।

कौन बेचता है इनके प्रोजेक्ट्स ?

प्री लॉन्चिंग प्रोजेक्ट्स (अवैध) की बुकिंग हो या रेरा अनुमति प्राप्त प्रोजेक्ट अधिकतर बिक्री दलालों के माध्यम से की जाती है। मुख्य दलाल शुभ संकल्प रियलिटी, फार्च्यून लैंडमार्क कंपनी, सौरभ जैन एसोसिएट हैं। हाल ही में एक शिकायतकर्ता विद्या पति राजेंद्र जैन ने सिमरोल थाने पर दलाल कम्पनी शुभ संकल्प रियल्टी के प्रवीण द्विवेदी, लोकेश ओझा, अंकित खटीक और संजय दासोत के खिलाफ लिखित शिकायत की है जिसमें उनके द्वारा दलाल कम्पनी शुभ संकल्प रियल्टी के माध्यम से खंडवा रोड सिमरोल स्थित साकार रियल लाइफ के गोल्ड ब्लॉक में बंधक प्लॉट 48 नंबर का अलॉटमेंट किया था परन्तु रजिस्ट्री का समय आने पर ये लोग रजिस्ट्री में आनाकानी करने लगे और जब हमने कानून में जाने की बात कही तो हमें धमकी देकर कहा गया है “जो करते बने कर लो”। ढाई साल बाद भी ग्राहक विद्या जैन के हाथ कुछ नहीं लगा और पैसा लगाकर परेशान हो रहे हैं। पैसा लेने के बाद इन दलालों और दासोत के मिजाज इतने बढ़ जाते हैं कि ये कानून को भी कुछ नहीं समझते।

sakar reality indore

जनता के लिए जिम्मेदारों से सदभावना सवाल ?

गोपाल गोयल मामले में क्रेडाई जनता के हित में वाकई काम करेगी या सिर्फ बिल्डरों को संरक्षण देगी ?
सिमरोल थाना विद्या जैन की शिकायत पर दलाल कम्पनी शुभ संकल्प रियलिटी के प्रवीण द्विवेदी, लोकेश ओझा, अंकित खटीक और कालोनाइजर संजय दासोत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी ?
जिला प्रशासन ने प्रोजेक्ट का अपूर्ण कार्य आगामी 6 माह में पूर्ण करने की अनिवार्य शर्त के साथ दासोत को लाइसेंस जारी किया था, अब चूँकि न तो प्रोजेक्ट पूरे हुए हैं और तो और बंधक प्लाट भी बेचकर अपराध किया जा चुका है, तो क्या अब उक्त लाइसेंस कैंसिल होंगे और अपराध के लिए एफआईआर दर्ज होगी ?
प्री लॉन्चिंग प्लॉट्स शिकायत मामले में जिला प्रशासन कब कार्यवाही करेगा ? 
रेरा प्राधिकरण संजय दासोत पर क्या कार्यवाही करेगा ?
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